पुलिस की बड़ी सफलता : नूंह में अवैध असलाह और पांच जिंदा कारतूस के साथ दो गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि सीआईए तावडू पुलिस ने सूचना के आधार पर इमरान पुत्र बरकत निवासी चांदनकी को गांव के बस अड्डा के समीप से अवैध हथियार सहित काबू किया है। उसके पास एक सफेद रंग का प्लास्टिक कट्टा था, जिसमें 10 देशी कट्टे बरामद हुए हैं। आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।;
मेवात : सीआईए तावडू पुलिस ने अवैध हथियारों के कारोबार से लंबे समय से जुड़े सरगना और उसके एक साथी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पकड़े गए दोनों आरोपियों से 11 अवैध देशी कट्टा व पांच जिंदा रौंद के अलावा अवैध हथियार बनाने के काम में इस्तेमाल किए जाने वाले औजार भी बरामद किए हैं। पुलिस ने अवैध हथियार का कारोबार करने वाले दो लोगों को दबोचकर बड़ी सफलता अर्जित की है, लेकिन अभी भी कई आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। इनकी तलाश में पुलिस की टीमें जुटी हुई हैं। यह जानकारी पुलिस कप्तान वरुण सिंगला ने पत्रकार वार्ता के दौरान दी।
सोमवार को अपने कार्यालय में बुलाई गई पत्रकारवार्ता में नूंह के पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला ने कहा कि अपराध अनुसंधान शाखा तावडू की टीम निरीक्षक सुरेंद्र सिंह के नेतृत्व में सीआईए तावडू पुलिस ने सूचना के आधार पर इमरान पुत्र बरकत निवासी चांदनकी को गांव के बस अड्डा के समीप से अवैध हथियार सहित काबू किया है। एसपी नूंह ने बताया कि उसके पास एक सफेद रंग का प्लास्टिक कट्टा था, जिसमें 10 देशी कट्टे बरामद हुए हैं। आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
पूछताछ के दौरान आरोपी इमरान ने बताया कि उसने एक देशी कट्टा व 5 जिंदा रौंद खुर्शीद पुत्र आजाद निवासी लुहिंगा कलां को बेचा था। पुलिस ने खुर्शीद पुत्र आजाद निवासी लुहिंगा कलां को उसके मकान से गिरफ्तार कर देसी तमंचा व पांच जिंदा रौंद बरामद किए हैं। इसके अलावा, मुख्य आरोपी इमरान ने बताया कि उसका भाई जुबेर और उसका पिता बरकत भरतपुर, राजस्थान के पहाड़ों में अवैध हथियारों की फैक्ट्री चलाते हैं।
एसपी नूंह ने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी करनी है और औजार भी बरामद करने हैं। वरुण सिंगला ने बताया कि मुख्य आरोपी इमरान इससे पहले भी 3 मुकदमों में नामजद है। इमरान वर्ष 2022 में थाना पहाड़ी राजस्थान में दर्ज मुकदमा नंबर 311 में वांटेड है। कुल मिलाकर पुलिस ने इन अवैध हथियारों के सप्लायर को दबोचकर बड़ी सफलता अर्जित की है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इतने बड़े पैमाने पर अवैध हथियारों का जखीरा पकड़ने के साथ-साथ अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री का खुलासा करने पर अपराधिक घटनाओं में कमी आने से इनकार नहीं किया जा सकता।