Blind Murder का खुलासा : झगड़े की रंजिश के चलते चाचा-चाची की हत्या करना चाहता था आरोपी सचिन
- टैक्सी बुक करने के लिए 3 बार की कॉल, टैक्सी लूटने से पहले गांव के युवकों के साथ भी हुआ झगड़ा
- नशे के आदि है दोनों आरोपी, पुलिस ने अदालत में पेश कर 3 दिन के रिमांड पर लिया
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Sonipat : सदर थाना क्षेत्र में ओला टैक्सी चालक के सिर में पत्थर मारकर बेहरमी से हत्या करने के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया। पुलिस ने वारदात में शामिल दो आरोपितों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपित सचिन व सौरव सेहरी गांव के निवासी है। पुलिस ने आरोपितों को अदालत में पेश किया, जहां से तीन दिन के रिमांड पर लिया। आरोपियों ने बताया कि पूर्व में जमीनी विवाद को लेकर सचिन का उसके चाचा-चाची के साथ झगड़ा हो गया था। जिसके चलते वह अपने चाचा-चाची की हत्या करना चाहता था। वारदात को अंजाम देने के लिए उन्होंने ओला गाड़ी बुक की थी। गाड़ी लूटने के लिए सिसाना निवासी अशोक के सिर में पत्थरों से हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया था। रिमांड अवधि के दौरान पुलिस आरोपितों से गंभीरता से पूछताछ कर रही है।
गांव सिसाना निवासी प्रवीन ने 27 अक्टूूूबर को पुलिस से शिकायत देकर बताया कि उनका चचेरा भाई अशोक टैक्सी चालक था। उन्होंने दो साल से अपनी कार को ओला कंपनी में लगा रखा था। उसके पास 26 अक्टूबर की रात को दस बजे उनके भाई घर पर थे। इसी दौरान उनके मोबाइल पर कॉल आई और दूसरी तरफ से बोल रहे व्यक्ति ने उनकी कार को टैक्सी में लेकर चलने को कहा। कॉल करने वाले ने उनके चचेरे भाई को गांव चौलका में बुलाया था। जिसके बाद उनके भाई रात करीब सवा दस बजे घर से निकल गए। उसके बाद वह घर नहीं लौटे। तड़के चार बजे कॉल की गई तो उनका मोबाइल बंद मिला। उसके बाद परिवार के सदस्य उनकी तलाश में लग गए। सुबह उन्हें सूचना मिली कि उनके भाई की कार ककरोई रोड पर खड़ी है।
वह परिवार के लोगों के साथ पहुंचे तो भाई का शव सड़क किनारे झाडियों में पड़ा मिला। उनके भाई के चेहरे व सिर पर धारदार हथियार व पत्थर से हमला किया गया था। पुलिस ने मौके से खून से सना पत्थर भी बरामद किया है। मौके पर एसीपी नरसिंह, जीत सिंह, शहर थाना प्रभारी देवेद्र, सीआई-1 व सीआईए-2 सहित सदर थाना प्रभारी कर्मजीत और उनकी टीम जांच कर रही थी। पुलिस ने एफएसएल की टीम को भी मौके पर बुलाकर सबूत जुटाए थे। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सुपुर्द कर दिया था। मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपित सचिन व सौरभ को गिरफ्तार किया है। आरोपितों को अदालत में पेश किया। जहां से दोनों को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है।
गांव के युवकों के साथ हुआ झगड़ा, उसके बाद टैक्सी की बुक
जानकारी के अनुसार आरोपित सचिन को उसके चाचा के साथ जमीनी विवाद को लेकर काफी दिनों पहले झगड़ा हुआ था। जिसके चलते वह अपने चाचा-चाची से रंजिश रखने लगा। चाचा-चाची की हत्या का षड़यंत्र रच रहे सचिन का गत 26 अक्टूबर को गांव के युवकों के साथ भी झगड़ा हुआ था। जिसमें सचिन को पीट-पीटकर घायल कर दिया था। सचिन इंजेक्शन से नशा करता था। उसका साथ सौरभ शराब पीने आदि है। दोनों ने गांव के युवकों व अपने चाचा-चाची की हत्या करने के लिए वाहन की जरूरत थी। जिसके चलते सचिन ने ओला की टैक्सी बुक की। ओला में तीन टैक्सी चालकों ने आने से मना कर दिया था, लेकिन सिसाना निवासी अशोक उनके पास आ गया। उसकी गाड़ी लूटने के लिए उन्होंने उसकी पत्थरों से हमला कर हत्या कर दी।
गाड़ी नहीं चला सके थे आरोपित, छोड़कर हो गए थे फरार
जानकारी अनुसार दोनों आरोपितों ने ओला गाड़ी बुक कर ली। उसके बाद गाड़ी में बैठकर ककरोई गांव की तरफ आ गए। उसके बाद सुनसान रास्ता देखकर उन्होंने गाड़ी चालक अशोक पर ईंट से हमला कर दिया। जिसके चलते उसकी गाड़ी अनियंत्रित होकर झाड़ियों में जा टकराई। उसके बाद पत्थरों से हमला कर अशोक की बेरहमी से हत्या कर दी। आरोपित सचिन ने गाड़ी बुक करवाने के बाद पहले इंजेक्शन का नशा किया था। उसके बाद गांव के युवकों के साथ हुए झगड़े व चाचा-चाची से बदला लेने के लिए गाड़ी चालक की हत्या कर दी। हत्यारोपित सौरभ व सचिन नशे में होने के चलते गाड़ी नहीं चला सके, जिसके चलते गाड़ी व अशोक को छोड़कर फरार हो गए।
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