Rewari : परमिट फीस के नाम पर हाईवे पर चल रहा मोटा खेल, टैक्स की फर्जी रसीद काटी, राजस्थान में पकड़ी गई बस
दिल्ली-जयपुर हाईवे (Delhi-Jaipur Highway) पर रेवाड़ी की सीमा में पड़ने वाले कापड़ीवास से लेकर जयसिंहपुर खेड़ा बार्डर तक करीब 24 किलो मीटर के दायरे में एक-दो नहीं, बल्कि दर्जनों खोखे रखे हुए है, जिनपर फर्जी तरीके से ऑनलाइन टैक्स काटा जाता है। बस के मालिक ने अब गिरोह के सदस्यों के खिलाफ बावल थाना में धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया है।;
हरिभूमि न्यूज : रेवाड़ी
दिल्ली-जयपुर हाईवे (Delhi-Jaipur Highway) पर अलग-अलग राज्यों के परमिट टैक्स (Permit tax) काटने को लेकर बड़ा खेल चल रहा है। अवैध रूप से बनी दुकानों और खोखों में बैठकर एक गिरोह फर्जी रसीदें काट रहा है। इसका खुलासा दिल्ली से जयपुर जा रही एक बस के चालक द्वारा टैक्स कटवाने के बाद हुआ। बस को राजस्थान में पहुंचते ही आरटीओ ने पकड़ लिया और बस का चालान कर दिया। बस के मालिक ने अब गिरोह के सदस्यों के खिलाफ बावल थाना में धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया है।
बावल थाना पुलिस को दर्ज कराई शिकायत में गुरुग्राम के महावीरपुरा निवासी अविनाश पांडे ने बताया कि वह शांति बस सर्विस कंपनी में काम करता है। उनकी एक बस 18 अगस्त को दिल्ली एयरपोर्ट से सवारियों को भरकर जयपुर के लिए चली थी। रास्ते में हाइ्वेर पर बावल के साबन चौक स्थित सीएनजी पंप के पास एक खोखे पर रूकी। यहां बस के ड्राइवर यूपी के हापुड़ निवासी कालू सिंह ने अपनी बस का राजस्थान जाने के लिए टैक्स कटवाया। ऑनलाइन टैक्स कटवाने के बाद उसे 8500 रुपए की रसीद भी दी गई। राजस्थान में जयपुर के पास पहुंचते ही बस को वहां के अधिकारियों ने रूकवा लिया।
चालक कालू सिंह ने टैक्स से संबंधित रसीद दिखाई तो अधिकारियों ने साफ कर दिया कि रसीद फर्जी है और उनकी बस का कोई टैक्स नहीं कटा है। इसकी जानकारी बस चालक ने मालिक को दी। उसके बाद धोखाधड़ी का पता चला। कंपनी में काम करने वाले अविनाश पांडे देर शाम बावल थाना पहुंचे और टैक्स काटने वालों के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई। बावल थाना पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ धारा 406, 420, 467, 468, 471 के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
कापड़ीवास से जयसिंहपुर खेड़ा तक खेल
दिल्ली-जयपुर हाईवे पर रेवाड़ी की सीमा में पड़ने वाले कापड़ीवास से लेकर जयसिंहपुर खेड़ा बार्डर तक करीब 24 किलो मीटर के दायरे में एक-दो नहीं, बल्कि दर्जनों खोखे रखे हुए है, जिनपर फर्जी तरीके से ऑनलाइन टैक्स काटा जाता है। सूत्रों के अनुसार संबंधित विभाग की सेंटिंग के जरिए यह पूरा खेल चलता है। इसमें कई राज्यों की बसों से लेकर अन्य कर्मिशयल वाहनों को चूना लगाने का खेल खेला जाता है।