हरियाणा में पांच ग्रुपों में बहेगी नहरें

अचानक घटे पानी की वजह से सिंचाई विभाग की सांसे फूल गई है। सिंचाई विभाग ने पानी (Water) की घटने की वजह से प्रदेश नहरों की बजाए चार की बजाए पांच ग्रुपों में चलाने का फैसला लिया है।;

Update: 2020-12-03 15:14 GMT

हरिभूमि न्यूज.भिवानी। बारिश न होने व अचानक बढ़ी बर्फबारी ने यमुना नदी के कदम रोक दिए। बारिश न होने की वजह से यमुना का जलस्तर घट कर 1800.2000 क्यूसेक पर आ गया है।

अचानक घटे पानी की वजह से सिंचाई विभाग की सांसे फूल गई है। सिंचाई विभाग (Irrigation Department) ने पानी की घटने की वजह से प्रदेश नहरों की बजाए चार की बजाए पांच ग्रुपों में चलाने का फैसला लिया है। पांच ग्रुपों में नहरों में पानी चलाने की वजह से सुंदरग्रुप की नहरों में एक सप्ताह देरी से पानी पहुंचेगा। अब संुंदर ग्रुप में 8 दिसम्बर की बजाए 16 दिसम्बर को पानी पहुुंचेगा।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पिछले कई दिनों से लगातार पारा नीचे गिरने की वजह से यमुना के पानी लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। फिलहाल यमुना में 1800 से 2000 क्यूसेक पानी बह रहा है। हालांकि इतना कम पानी से किसी भी ग्रुप (Group) को नहीं चलाया जा सकत,लेकिन फिलहाल बाकी पानी सतलूज से मिल रहा है।

पानी कम होने की वजह से सुंदरग्रुप को 8 दिसम्बर को पानी मिलना था,लेकिन पानी की कमी के चलते अब सुंदर ब्रांच ग्रुप में 16 दिसम्बर को पानी मिल पाएगा। पानी की कमी के चलते किसानों को एक सप्ताह ओर इंतजार करना पड़ेगा।

चार की बजाए पांच ग्रुपों में बहेगी नहरें

पानी की कमी के चलते अब प्रदेश की नहरें चार की बजाए पांच ग्रुपों में बहेगी। अब आठ दिसम्बर से लेकर 15 दिसम्बर तक भालौट ग्रुप में पानी छोड़ा जाएगा। उसके बाद 16 दिसम्बर से 23 दिसम्बर तक सुंदरग्रुप की नहरों में पानी चलेगा।

इसी तरह 24 से 31 तक बुटाना ग्रुप, एक जनवरी(2021 से )15 जनवरी तक जेएलएन ग्रुप की नहरों में पानी चलाया जाएगा। उसके बाद फिर भालौट ग्रुप की नहरों में पानी पहुंचेगा। इस बारे में सिंचाई विभाग के सभी आला अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है। साथ ही पांच ग्रुपों में नहरों के बहने का शैडयूल भी जारी कर दिया है।

यह कहते है अधिकारी

सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता दलीप सिंह ने बताया कि पांच ग्रुप बनाए जाने की सूचना उनके पास पहुंची है। साथ में जिले की नहरों मंे 16 को पानी पहुंचने का शैडयूल भी मिल गया है। उन्होंने बताया कि उसके बाद भी वे नहरों में पहले पानी छोड़े जाने की मांग करेंगे। ताकि जिले में पीने के पानी की कोई समस्या न बन पाए।



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