हरियाणा : नागरिक पदों पर पुलिस अफसरों की नियुक्ति का मामला गरमाया, गृहमंत्री ने DGP से पूछा, क्या- केंद्र से अनुमति ली
हरियाणा राज्य परिवहन विभाग में आईपीएस अधिकारी एडीजीपी कला रामचंद्रन को बतौर प्रमुख सचिव तैनात करने के बाद गृहमंत्री अनिल विज ने नवनियुक्त पुलिस प्रमुख हरियाणा पीके अग्रवाल को लिखित में भेजकर गैर पुलिसिंग के कार्यों में लगे पुलिस अफसरों का ब्योरा मांग लिया है।;
योगेंद्र शर्मा: चंडीगढ़
हरियाणा राज्य परिवहन विभाग में आईपीएस अधिकारी एडीजीपी कला रामचंद्रन को बतौर प्रमुख सचिव तैनात कर दिए जाने के बाद में गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि कला रामचंद्रन एक अच्छी व योग्य अफसर है, मैं व्यक्तिगत तौर पर किसी के खिलाफ नहीं हूं। मैने नियुक्ति से पूर्व डीओपीटी की अनुमति लिए जाने की बात कही थी। इसके साथ ही विज ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री सुप्रीम व सर्वेसर्वा होते हैं, जो ओवररुल कर भी नियुक्ति कर सकते हैं। इस नियुक्ति के बाद में अब गृहमंत्री अनिल विज ने नवनियुक्त पुलिस प्रमुख हरियाणा पीके अग्रवाल को लिखित में भेजकर गैर पुलिसिंग के कार्यों में लगे पुलिस अफसरों का ब्योरा मांग लिया है। प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज ने चंडीगढ़ में मीडिया से बातचीत कर वरिष्ठ आईपीएस अफसर कला रामचंद्रन की नियुक्ति को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी। इसके अलावा उन्होंने कहा कि केंद्र (डीओपीटी) कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग की सहमति मिल जाने के बाद ही इस तरह की नियुक्ति की जाती हैं।
कितने अफसर गैर पुलिसिंग में तैनात
विज ने कहा कि इस संबंध में मैने डीजीपी हरियाणा पीके अग्रवाल को गैर पुलिसिंग के काम में लगाए गए, अफसरों की जानकारी मांगी है। जिसमें कितने अफसर गैर पुलिस कार्यों में लगाए गए हैं, क्या इसके लिए केद्र से अनुमति ली गई है और कब से वे वहां पर तैनात हैं।
गृहमंत्री विज ने पहले भी लिखा था पत्र
गृहमंत्री अनिल विज ने एक बार फिर से गैर पुलिसिंग कार्यों में लगे अफसरों को लेकर पत्र लिख दिया है। अब से पहले भी उन्होंने इस संबंध में पत्र लिखकर सूचना मांगी थी। विजा चाहते थे कि पुलिस कार्यों के लिए खासतौर पर ट्रेंड व अनुभवी अफसरों को केवल पुलिस के कार्यों में ही लगाया जाए। इसीलिए उन्होंने इस दिशा में इन अफसरों की वापसी के लिए लिखा था। दूसरा भरोसेमंद सूत्र बताते हैं कि कईं आईपीएस अफसर गैर पुलिसिंग के कामों में लगना भी नहीं चाहते थे। अब एक बार फिर से गृह विभाग एसीएस के माध्यम से इन अफसरों की वापसी के लिए लिखा गया है।
मुख्य सचिव ने दिया नियमों का हवाला
हरियाणा में आईएएस कैडर वाली पोस्टों पर आईपीएस अफसरों को तैनात किए जाने को लेकर अंदरखाने विरोध जारी है। लेकिन इस बार खुद हरियाणा सरकार के मुख्य सचिव विजय वर्धन द्वारा भी नियमों का हवाला देते हुए इसे गलत बतााया गया है। पहली बार हुआ है कि एक वरिष्ठ आईएएस अफसर ने इसको लेकर सीएम को पूरी स्थिति से अवगत कराने का काम किया है। इस तरह से लगातार नियुक्ति से अधिकारियों में टकराव बढ़ रहा है।
व्यक्तिगत रूप से किसी के खिलाफ नहीं
गृह मंत्री अनिल विज का कहना है कि राज्य परिवहन विभाग में बतौर प्रमुख सचिव कला रामचंद्रन की नियुक्ति मुख्यमंत्री द्वारा कर दी गई है, जबकि मैं इस हक में नहीं था। इसके लिए विधिवत केंद्र से अनुमति के बाद ही नियुक्ति की जाती है। लेकिन मुख्यमंत्री सर्वेसर्वा और सुप्रीमो हैं, जिन्होंने ओवररुल कर नियुक्ति कर दी है। विज का कहना है कि मैं व्यक्तिगत तौर पर किसी के खिलाफ नहीं हूं, कला रामचंद्रन एक अच्छी अफसर हैं।
गैर पुलिसिंग में इतने अफसर
गैर पुलिसिंग वाले अफसरों में उत्तरी हरियाणा बिजली वितरण निगम में बतौर एमडी शशांक आनंद को तैनात किया हुआ है। राज्य परिवहन विभाग में तौर प्रमुख सचिव तैनात रहे वरिष्ठ आईपीएस शत्रुजीत कपूर को विजिलेंस में भेजने के साथ ही अब एडीजीपी कला रामचंद्रन को तैनात किया गया है। इसके पहले वहां बतौर परिवहन आयुक्त अमिताभ ढिल्लो तैनात हैं। इसी तरह से खेल विभाग में पंकज नैन आईपीएस बतौर निदेशक तैनात हैं। आरपीओ सिबास कविराज भी हरियाणा काडर से हैं। जिनका डेपूटेशन की अवधि भी समाप्त हो चुकी है। आईएफएस अधिकारी नीरज कुमार को भी पर्यटन विभाग में एमडी तैनात किया गया है।