छात्रा की पिटाई का मामला : अध्यापक के समर्थन में उतरे ग्रामीण, स्कूल पर जड़ा ताला

ताला जडने की सूचना पाकर खंड शिक्षा अधिकारी दलबीर सिंह तथा नायब तहसीलदार रामफल शर्मा मोके पर पहुंचे लेकिन ग्रामीणों ने साफ कहा कि जब तक ग्रामीणों की सुनवाई नहीं होती तब तक स्कूल से ताला नहीं खोला जाएगा।;

Update: 2022-05-09 08:57 GMT

हरिभूमि न्यूज. जींद

गांव सिल्लाखेडी के ग्रामीणों ने सोमवार को राजकीय स्कूल पर ताला जड दिया। ग्रामीणों का कहना था कि कुछ दिन पहले अध्यापक के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज हुआ था। ग्रामीणों ने स्कूल में पढाई के माहौल को देखते हुए समझौते की कोशिश की थी लेकिन शिकायतकर्ता पंचायत की बात को नहीं मान रहा है। जिसके चलते स्कूल की पढ़ाई व्यवस्था पर खतरा मंडराने लगा है। ताला जडने की सूचना पाकर खंड शिक्षा अधिकारी दलबीर सिंह तथा नायब तहसीलदार रामफल शर्मा मौके पर पहुंचे लेकिन ग्रामीणों ने साफ कहा कि जब तक ग्रामीणों की सुनवाई नहीं होती तब तक स्कूल से ताला नहीं खोला जाएगा।

गांव सिल्लाखेडी के ग्रामीण सोमवार को स्कूल के गेट पर एकजुट हुए। छात्रों को स्कूल से बाहर निकालकर स्कूल गेट पर ताला जड दिया। ग्रामीणों ने बताया कि गत चार मई को गांव के ही एक व्यक्ति ने अध्यापक संजय के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज करवाया था। अध्यापक की मंशा गलत नहीं थी बल्कि पढ़ाई न करने पर उसने छात्रा को चांटा मारा था। तभी से ग्रामीण स्कूल में पढाई व्यवस्था सुचारू लेकर समझौते की कोशिश कर रहे हैं। शिकायत करने वाला व्यक्ति शिकायत को वापस नहीं ले रहा है, जिसके चलते स्कूल तथा गांव का माहौल खराब हो रहा है।

ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल में स्टाफ अच्छा है, गांव का स्कूल छात्रों की संख्या के अभाव में बंद न हो जिसके चलते निजी स्कूलों से बच्चों को हटा कर गांव के राजकीय स्कूल में दाखिल करवाया था। घटना से अध्यापकों का मनोबल टूटा है, जिसका सीधा असर राजकीय स्कूल की पढाई पर पड रहा है। मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए, ताकि स्कूल में शैक्षणिक माहौल बना रहे और गांव में भी आपस में भाईचारा बना रहे। स्कूल पर ताला जडने की सूचना पाकर खंड शिक्षा अधिकारी दलबीर मलिक मौके पर पहुंच गए और ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की लेकिन ग्रामीणों ने ताला नहीं खोला। बाद में नायब तहसीलदार रामफल शर्मा भी ग्रामीणों के बीच पहुंचे और समझाने की कोशिश की लेकिन ग्रामीण अपनी मांग पर अडे रहे।

खंड शिक्षा अधिकारी दलबीर मलिक ने बताया कि ग्रामीण अध्यापक के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमे को गलत ठहरा रहे थे। ताकि अध्यापकों का मनोबल ने टूटे और शैक्षणिक कार्य अच्छे तथा सुचारू रूप से चले। ग्रामीणों के साथ बातचीत जारी है।

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