सीबीआई की सोनीपत और रोहतक में बड़ी कार्रवाई, फैक्टरी मालिक को अगवा कर भागे जीएसटी अधिकारी
शिकायत के आधार पर सीबीआई ने जीएसटी कार्यालय रोहतक के सुपरींटेंडेंट गुरविंद्र सिंह सोहल, कुलदीप हुड्डा, इंस्पेक्टर रोहित मलिक, प्रदीप के खिलाफ केस दर्ज किया था। इसके बाद ही सीबीआई अधिकारियों की एक टीम ने राई एथनिक इंडिया के सामने जाल बिछाकर जीएसटी अधिकारियों को रंगे हाथों गिरफ्तार करने का प्लान बनाया। मौके पर जब अधिकारी को व्यापारी ने उसकी गाड़ी में बैठकर पैसे दिए तो जीएसटी अधिकारियों को शक हो गया और वे व्यापारी को अपनी गाड़ी में अगवाकर भाग निकले।;
हरिभूमि न्यूज. सोनीपत\ राेहतक
राई के एथनिक इंडिया के सामने जीएसटी अधिकारियों को पकड़ने के लिये सीबीआई ने एक बड़ी कार्रवाई की। हुआ यूं कि राई थाना क्षेत्र स्थित दवा फैक्टरी मालिक ने जीएसटी अधिकारियों पर 12 लाख रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया हैं। पीडि़त ने मामले को लेकर चंडीगढ़ सीबीआई में शिकायत दी। शिकायत पर कार्यवाही करते हुए 65 सदस्यीय टीम का गठन किया गया। टीम ने जीएसटी अधिकारियों को रंगे हाथों पकड़ने के लिए योजना तैयार की। योजना की भनक लगने पर अधिकारियों ने फैक्टरी संचालक को अगवा कर भाग निकलने में कामयाब हो गए। जिसके बाद सीबीआई ने पीछा करते हुए गाड़ी, तेजधार हथियार, मोबाइल फोन, सोने की चेन, छह लाख रुपये की नकदी व पर्स बरामद किया हैं। टीम ने एक अधिकारी को भी पकड़ा हैं। जिससे पूछताछ की जा रही हैं।
रिसर्च मेडिसन प्राइवेट लिमिटेड संचालक मनोज कालरा ने सीबीआई को शिकायत देकर बताया कि चंद्रमोहन खुराना व खुद वह कंपनी के डायरेक्टर हैं। कोविड-19 महावारी के चलते उनकी कंपनी में इसी साल सेनिटाइजर बनाने का काम शुरू किया। जिसको लेकर कंपनी की तरफ से 12 फीसदी टैक्स जमा करवाया जा रहा था। जबकि उन्हें जानकारी मिली 18 फीसदी टैक्स जमा करवाना होता हैं। गत 6 अगस्त को जीएसटी अधिकारियों की चार सदस्यीय टीम ने फैक्टरी पर छापामारी की। कागाजी कार्यवाही करने के बाद साढ़े चार लाख रुपये जीएसटी बकाया होना बताया गया। जिसके बाद उनकी तरफ से ऑनलाइन भुगतान कर दिया गया। उसके बावजूद अधिकारी कंपनी को सील करने की धमकी देने लगे। उसके बाद जीएसटी अधिकारियों ने 12 लाख रुपये रिश्वत की मांग की। कई घंटे की वार्ता के बाद अधिकारियों के साथ 9 लाख रुपये में सौदा तय हो गया। अधिकारियों को तीन लाख रुपये की नकदी मौके पर ही दे दी। इसके बाद बाकि के 9 लाख रुपये देने के लिये अधिकारियों को 14 अगस्त को एथनिक इंडिया के सामने बुलाया गया। इससे पहले व्यापारी की ओर से सीबीआई को शिकायत दी गई।
शिकायत के आधार पर सीबीआई ने जीएसटी कार्यालय रोहतक के सुपरींटेंडेंट गुरविंद्र सिंह सोहल, कुलदीप हुड्डा, इंस्पेक्टर रोहित मलिक, प्रदीप के खिलाफ केस दर्ज किया था। इसके बाद ही सीबीआई अधिकारियों की एक टीम ने राई एथनिक इंडिया के सामने जाल बिछाकर जीएसटी अधिकारियों को रंगे हाथों गिरफ्तार करने का प्लान बनाया। मौके पर जब अधिकारी को व्यापारी ने उसकी गाड़ी में बैठकर पैसे दिए तो जीएसटी अधिकारियों को शक हो गया और वे व्यापारी को अपनी गाड़ी में अगवाकर भाग निकले। हालांकि सीबीआई ने गाड़ी का पीछा किया और एक अधिकारी को गिरफ्तार भी कर लिया। मौके सीबीआई की टीम ने गाड़ी के साथ-साथ नकदी, सोने की चैन और पर्स बरामद किए हैं। तीन अन्य अधिकारियों की गिरफ्तारी के लिये सीबीआई की टीम जांच कर रही है। बता दें कि सीबीआई टीम जीएसटी अधिकारियों का पीछा करते हुए रोहतक तक जा पहुंची थी।