हरियाणा में 5 और 6 नवंबर को CET परीक्षा : 17 जिलों में बनाए सेंटर, इस बार होंगे 5 विकल्प, 105 मिनट का मिलेगा समय, पढ़ें पूरी जानकारी
इस परीक्षा के लिए 11,36,874 अभ्यर्थियों ने अपना पंजीकरण करवाया है। सीईटी परीक्षा के लिए चंडीगढ़ समेत हरियाणा के 17 जिलों में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा सुबह और शाम दो शिफ्टों में आयोजित की जाएगी। इस प्रकार एक शिफ्ट में 3 लाख से कम बच्च्चे परीक्षा देने आएंगे।;
चंडीगढ़ । हरियाणा में ग्रुप-सी के 26 हजार पदों की भर्ती के लिए होने वाली कॉमन पात्रता परीक्षा ( सीईटी ) की तैयारियाें की मुख्य सचिव संजीव कौशल ने समीक्षा की। सीईटी परीक्षा 5 और 6 नवंबर, 2022 को आयोजित की जाएगी, जिसका संचालन नेशनल टेस्टिंग एंजेसी ( एनटीए ) द्वारा किया जाएगा।
इस परीक्षा के लिए 11,36,874 अभ्यर्थियों ने अपना पंजीकरण करवाया है। सीईटी परीक्षा के लिए चंडीगढ़ समेत हरियाणा के 17 जिलों में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा सुबह और शाम दो शिफ्टों में आयोजित की जाएगी। इस प्रकार एक शिफ्ट में 3 लाख से कम बच्च्चे परीक्षा देने आएंगे। 7 नवंबर को रिजर्व डे रखा गया है, यदि किसी कारणवश दोबारा परीक्षा करवाने की आवश्यकता पड़ती है तो 7 नवबंर को यह परीक्षा करवाई जा सकती है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक में जिला उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षक, रोडवेज महाप्रबंधकों ने भी हिस्सा लिया। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष भोपाल सिंह, परिहवन विभाग के प्रधान सचिव नवदीप विर्क सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
दिव्यांग अभ्यर्थियों व लड़कियों के लिए उनके अपने या साथ लगते जिलों में बनाए जाएंगे परीक्षा केंद्र
मुख्य सचिव ने कहा कि परीक्षा केंद्रों का रैंडमली आवंटन किया जाएगा। हालांकि, इस बार दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए प्रयास किए जाएंगे कि उन्हें अपने ही जिले में परीक्षा केंद्र मिले, ताकि उन्हें लंबी दूरी तय न करनी पड़े और उन्हें किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो। इसी प्रकार, लड़कियों के लिए भी प्रयास किए जाएंगे किद उन्हें अपने या साथ लगते जिलों में ही परीक्षा केंद्र आवंटित हों। मुख्य सचिव ने कहा कि चूंकि परीक्षा का संचालन एनटीए द्वारा किया जा रहा है, इसलिए वे अपनी मानक संचालन प्रक्रियाओं ( एसओपी ) के अनुसार प्रश्नपत्र बैंक में रखेंगे। इसके लिए उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक एनटीए से समन्वय स्थापित कर प्रश्नपत्र को लाने व ले-जाने के दौरान पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करें।
उत्तर में 4 विकल्पों के अलावा 5वां विकल्प जोड़ा गया, 5वां विकल्प भरना अनिवार्य
सीईटी परीक्षा को नकल रहित बनाने और इसके सफल संचालन हेतु बड़ा बदलाव किया गया है। सीईट परीक्षा में प्रश्न के उत्तर में 4 विकल्पों के अलावा 5वां विकल्प भी जोड़ा गया है। इस 5वां विकल्प में नॉट-अटेम्पटिड लिखा होगा। यदि कोई अभ्यर्थी उत्तर के 4 विकल्प नहीं भरता है, तो उसे 5वां विकल्प भरना होगा। कोई भी अभ्यर्थी उत्तर खाली नहीं छोड़ सकता है, उसे 5वां विकल्प भरना ही होगा। सीईटी में नेगेटिव मार्किंग नहीं होगी। परंतु, कोई अभ्यर्थी यदि अनिवार्य किए गए 5वें विकल्प को नहीं भरता है तो उसके द्वारा छोड़े गए प्रत्येक प्रश्न के लिए 0.95 नंबर काटे जाएंगे। पिछली परीक्षाओं में आमतौर पर यह सवाल उठते थे कि कुछ अभ्यर्थी प्रश्नों के उत्तर खाली छोड़ देते हैं, जिनमें बाद में कोई गड़बड़ी होने की संभावना बनी रहती थी। लेकिन इस बार 5वां विकल्प को अनिवार्य रूप से भरने के कारण इस प्रकार की गड़बड़ियों की संभावना लेश मात्र भी नहीं रहेगी।
कौशल ने उपायुक्तों को निर्देश देते हुए कहा कि सीईटी परीक्षा का संचालन एनटीए द्वारा किया जा रहा है। लेकिन इसके सफल संचालन की जिम्मेवारी राज्य सरकार के प्रशासनिक अधिकारियों की है। इसलिए सभी अधिकारी अपने कर्तव्यों का पूरी निष्ठा से निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि जिन जिलों में एनटीए द्वारा चयनित परीक्षा केंद्रों के संचालकों ने अपनी सहमति नहीं दी है, इसके लिए उपायुक्त जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से इन केंद्रों की ओर से जल्द से जल्द सहमति प्रदान की जाए। उन्होंने कहा कि केंद्रों की सहमति प्रक्रिया हर हाल में 27 व 28 अक्तूबर तक पूरी कर ली जाए, ताकि समय रहते परीक्षा के लिए संपूर्ण व्यवस्था की जा सके।
105 मिनट होगा परीक्षा का समय
सीईटी परीक्षा में 100 प्रश्न पूछे जाएंगे, जिनके लिए परीक्षा का समय 100 मिनट होगा। हालांकि, अभ्यर्थियों द्वारा 5वें विकल्प को भरने के लिए अतिरिक्त 5 मिनट दिए जाएंगे। इस प्रकार परीक्षा का कुल समय 105 मिनट होगा। 5 और 6 नवंबर को परीक्षा 2 शिफ्टों में होगी। सुबह परीक्षा का समय 10 बजे से 11:45 बजे तक होगा। इस शिफ्ट के लिए रिर्पोटिंग टाईम सुबह 8:30 बजे होगा। इसी प्रकार, शाम की शिफ्ट का समय 3 बजे से 4:45 बजे तक होगा। इस शिफ्ट के लिए रिर्पोटिंग टाईम दोपहर 1:30 बजे होगा।
अभ्यर्थियों को नहीं होगी किसी प्रकार की असुविधा
कॉमन पात्रता परीक्षा (सीईटी) में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होने दी जाएगी। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार राज्य सरकार द्वारा परिवहन की सुविधा मुहैया करवाई जाएगी। परिवहन विभाग को जिला मुख्यालयों और उपमंडल मुख्यालयों से लेकर परीक्षा केंद्रों तक अभ्यर्थियों को पहुंचाने के लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा, अभ्यर्थियों व उनके साथ आने वाले परिवारजनों के रहने के लिए भी व्यवस्था की जाएगी। हरियाणा रोडवेज की बसें जिला मुख्यालयों और उप मंडल मुख्यालयों से चलेंगी और अभ्यर्थियों को परीक्षा के लिए आवंटित जिला मुख्यालयों पर छोड़ेगी। वहां से आगे परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाने की जिम्मेवारी स्थानीय प्रशासन की होगी। इसके लिए जिला प्रशासन स्कूल बसों या अन्य वाहनों के माध्यम से संपूर्ण व्यवस्था करना सुनिश्चित करे।
बसों की एडवांस बुकिंग के लिए मोबाइल ऐप और पोर्टल किया जाएगा विकसित
मुख्य सचिव ने कहा कि परिवहन विभाग द्वारा अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए बसों की एडवांस बुकिंग हेतू मोबाइल ऐप और पोर्टल विकसित किया जाएगा। इसके माध्यम से अभ्यर्थी बसों की सूचना, समय सारणी इत्यादि जानकारियां हासिल कर एडवांस बुकिंग कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि इससे परिवहन विभाग को रूट प्लान बनाने में भी मदद मिलेगी। प्रत्येक बस अड्डे पर हेल्प डेस्क भी स्थापित किए जाएंगे। इसके अलावा, रेलवे का भी सहयोग लिया जाएगा और रेलवे स्टेशनों पर भी हेल्प डेस्क स्थापित किए जाएंगे। अभ्यर्थियों के लिए ठहरने की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने जिला उपायुक्तों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने जिलों में धर्मशालाएं चिह्नित करें तथा सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं के साथ भी समन्वय स्थापित कर संपूर्ण व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि 5 नवंबर को सुबह 10 बजे परीक्षा है, इसलिए संभावित है कि अभ्यर्थी 4 नवंबर की रात तक जिलों में पहुंच जाएंगे। इसलिए अपनी पूरी तैयारी रखें।
धारा -144 होगी लागू
कौशल ने जिला उपायुक्तों को निर्देश दिए कि सीईटी परीक्षा के लिए 5 और 6 नवंबर को परीक्षा केंद्रों से 500 मीटर के दायरे में धारा -144 लागू करें। इसके अलावा, कोचिंग सेंटर व प्रिंटिंग, स्टेशनरी दुकानें बंद रहेंगी। उन्होंने निर्देश दिए कि उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक एक दिन पहले परीक्षा केंद्रों का दौरा करें। परीक्षा केंद्रों का सिक्योरिटी ऑडिट किया जाना सुनिश्चित किया जाए। परीक्षा केंद्रों में केवल अधिकारिक लोगों का ही प्रवेश सुनिश्चित किया जाए। इसके अलावा, इनविजिलेटर के पास भी मोबाइल फोन नहीं होगा। परीक्षा केंद्रों के 200 मीटर की दायरे में पार्किंग की व्यवस्था नहीं होगी। इसके अलावा, एंबुलेंस की व्यवस्था तथा डायल-112 की ईआरवी वाहनों को भी अलर्ट पर रखा जाए।