CISF अफसर को मिला चालान का मैसेज, दूसरे ने भुगता तो सामने आई जालसाजी
जिस दिन गाड़ी का चालान (Gadi Ka Chalan) किया गया, उस दिन वह गाड़ी हरियाणा में कहीं चली। रजिस्ट्रेशन नंबर के फर्जीवाड़े (Fraud) का पता भी उस समय चला, जब किसी और ने उनकी गाड़ी के चालान की राशि का भुगतान भी कर दिया।;
Rewari News : रेवाड़ी ट्रैफिक पुलिस ने दिल्ली नंबर की एक गाड़ी का चालान कर दिया। पांच हजार रुपए का चालान भुगतने के लिए गृह मंत्रालय (Ministry of Home Affairs) में सेवारत सीआईएसएफ के असिस्टेंट कमांडेंट के पास पुलिस का मैसेज पहुंच गया। जिस दिन गाड़ी का चालान (Gadi Ka Chalan) किया गया, उस दिन वह गाड़ी हरियाणा में कहीं चली। रजिस्ट्रेशन नंबर के फर्जीवाड़े (Fraud) का पता भी उस समय चला, जब किसी और ने उनकी गाड़ी के चालान की राशि का भुगतान भी कर दिया। पुलिस (Police) ने अब पिथनवास के एक व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज करते हुए उसकी गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए।
एसपी को प्रेषित पत्र में असिस्टेंट कमांडेंट राजकमल ने बताया कि वह इस समय इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर सेवारत हैं। उनके बेटे अक्षयराज सिंह के नाम पर एक स्विफ्ट डिजायर गाड़ी नं. डीएल-8सीएएच-4176 ली हुई है। उनके मोबाइल फोन पर 11 सितंबर 2022 को मैसेज आया, जिसमें उनके बेटे की गाड़ी का 5 हजार रुपए का चालान रेवाड़ी ट्रैफिक पुलिस की ओर किया गया दर्शाया गया था। उस समय उन्होंने मामले को गंभीरता से नहीं लिया, परंतु उन्हें आश्चर्य उस समय हुआ जब किसी अजय नाम के व्यक्ति ने उनके नंबर की गाड़ी के चालान का भुगतान हो गया। उन्हें इस बात का विश्वास हो गया कि उनके बेटे के नाम पर जो गाड़ी है, उसी का नंबर कोई फर्जी तरीके से इस्तेमाल कर रहा है।
डीएसपी ने की मामले की जांच: एसपी ने मामले की जांच का कार्य डीएसपी सुभाष चंद को सौंपा था। जांच के बाद यह बात सामने आई कि पिथनवास निवासी अजय इस पंजीकरण नंबर की प्लेट को अपनी गाड़ी पर यूज कर रहा है। पुलिस ने उसके जालसाजी का केस दर्ज करने के बाद आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए। पुलिस फर्जी रजिस्ट्रेशन के मामले की जांच को गंभीरता से कर रही है, ताकि मामले की गहराई तक पहुंचा जा सके।