स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 : नए प्रारूप में मिलेंगे स्वच्छता रैंकिंग के अंक, स्टार रेटिंग के नए पैरामीटर तय

अप्रैल 2020 से मार्च 2021 के बीच प्राप्त अंकों के आधार पर देशभर के शहरों की स्वच्छता रैंकिंग (Ranking) तय की जाएगी। नगर निगम और नगर पालिकाओं (Municipal corporations and municipalities) ने इस नए वैटेज के आधार पर रैंकिंग पॉजिशन में सुधार करने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। इस सर्वेक्षण (Survey) में प्रत्यक्ष अवलोकन की भूमिका समाप्त कर इसे नागरिकों से लिए जाने वाले फीडबैक (Feedback) में मर्ज किया गया है। डुप्लीकेसी रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है। इस बार बेहतर प्रदर्शन करने वाले शहर को प्रेरक दौड़ सम्मान के रूप में नवाजा जाएगा।;

Update: 2020-09-13 07:36 GMT

विष्णु कुमार : सोनीपत

स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 की शुरूआत हो चुकी है। यह स्वच्छता सर्वेक्षण (Swachh Survekshan) अब नए प्रारूप व नए नंबरों के आधार पर होगा। पूरा वैटेज यानी समग्रभार बदल दिया गया है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 की स्टार रेटिंग के नए पैरामीटर तय किए गए हैं। हालांकि अंक संख्या पहले की भांति छह हजार ही रहेगी। इस सर्वेक्षण में प्रत्यक्ष अवलोकन की भूमिका समाप्त कर इसे नागरिकों से लिए जाने वाले फीडबैक(Feedback) में मर्ज किया गया है। डुप्लीकेसी रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है। इस बार बेहतर प्रदर्शन करने वाले शहर (City) को प्रेरक दौड़ सम्मान के रूप में नवाजा जाएगा।

अप्रैल 2020 से मार्च 2021 के बीच प्राप्त अंकों के आधार पर देशभर के शहरों की स्वच्छता रैंकिंग तय की जाएगी। नगर निगम और नगर पालिकाओं ने इस नए वैटेज के आधार पर रैंकिंग पॉजिशन में सुधार करने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। रैंकिंग तय करने के लिए वर्ष 2016 में स्वच्छता सर्वेक्षण की शुरूआत की गई थी। केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की तरफ से छठी बार स्वच्छता सर्वेक्षण कराने के लिए मंत्रालय से सभी शहरी स्थानीय निकाय विभाग की नियमावली जारी कर दी गई है। पहले छह हजार अंकों की सिटीजन फीडबैक, डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन, सर्विस लेवल प्रोसेस व सर्टिफिकेशन में समान रूप से 1500-1500 अंकों में बांटा गया था। इस बार डायरेक्ट आब्जर्वेशन की सिटीजन वॉयस और सर्विस लेवल प्रोसेस में मर्ज कर दिया गया है। नए नियम के बाद सर्विस लेवल प्रोग्रेस के 2400 अंक और सिटीजन वॉयस व सर्टिफिकेशन के 1800-1800 अंक होंगे। जिसके आधार पर इस बार स्वच्छता रैंकिंग तय की जाएगी।

ऐसे होगा अंकों का बंटवारा

रैंकिंग का निर्धारण करने के लिए 1800 अंकों का सर्टिफिकेशन विशेष मायने रखता है। ओडीएफ के लिए अधिकतम 700 और गारबेज फ्री सिटी (जीएफसी) के लिए इस बार 1100 अंक निर्धारित किए गए हैं। ओडीएफ कैटेगरी में वाटर प्लस आने पर ही अधिकतम 700 अंक दिए जाएंगे। ओडीएफ डबल प्लस पर 500 और केवल प्लस पर 300 अंक है। 2400 अंकों के सर्विस लेवल असेस्टमेंट (एसएलए) में प्रथम तिमाही में 500 अंक, द्वितीय तिमाही में 700 अंक और तृतीय तिमाही के 1200 अंक निर्धारित किए गए हैं। वर्तमान समय में शहरी निकाय विभाग की तरफ से जुलाई से सितंबर तक द्वितीय तिमाही की असेस्टमेंट प्रक्रिया चल रही है।

यह रहेगी स्टार रैंकिंग

स्टार अंक

सेवन स्टार 1100 अंक

फाइव स्टार 700 अंक

थ्री स्टार 500 अंक

सिंगल स्टार 300 अंक

नोट : हरियाणा में करनाल और रोहतक दो ही ऐसे शहर हैं, जो स्टार कैटेगरी में शामिल हैं।

प्रत्येक तिमाही में दो हजार अंक का होगा सर्वेक्षण

स्वच्छता सर्वेक्षण लीग में भी बदलाव किया गया है। प्रत्येक तिमाही में सर्वेक्षण 2000 अंक का होगा। पहले यह छह कैटेगरी में बंटा था। अब इसे तीन कैटेगरी में बांटा गया है। नियमित स्वच्छता में 500 की बजाए अब 600 अंक निर्धारित किए गए हैं। प्रोसेसिंग व डिस्पोजल में 100 अंकों की वृद्धि की है, अब ये 800 अंकों का कर दिया गया है। सेग्रिगेटेड कलेक्शन 600 अंकों का होगा। कोरोना संक्रमण के चलते प्रथम तिमाही में इस कैटेगरी में कोई एक्टिविटी नहीं हुई है। रैंकिंग परिणाम की घोषणा के समय द्वितीय व तृतीय तिमाही के प्रदर्शन के अनुसार औसत अंक देकर इसका निर्णय किया जाएगा। लीग के तहत एमआइएस पोर्टल पर प्रत्येक महीने का डाटा अपडेट होता है।

ऐसे होगा 6000 अंकों का निर्धारण

सर्विस लेवल प्रोग्रेस : इसके लिए सबसे ज्यादा 40 फीसदी अर्थात 2400 अंक मिलेंगे। नपा को घर-घर से गीला-सुखा कचरा अलग-अलग कलेक्शन करना, किस प्रकार से कचरा एकत्र किया जाता है और किस प्रकार उसका नष्टीकरण या फिर से उपयोग लायक किस प्रकार बनाया जाता है। खास बात यह है कि इस बार नपा को कचरा एकत्र करके नहीं रखना है। उसे निरंतर प्रक्रिया के तहत नष्टीकरण या फिर से उपयोग योग्य बनाना व उपयोग करना है।

सिटीजन वाइस : इसके लिए 30 प्रतिशत अर्थात 1800 अंक मिलेंगे। इसके लिए जनता का फीडबैक लिया जाएगा। जनता नपा के कार्यों के आधार पर नंबर देंगी। नपा जनता को प्रेरित करने और अभिमत देने के लिए स्वच्छता एप व नपा अपने स्वयं के एप, फेसबुक, ट्वीटर, इंस्टाग्राम आदि सोशल मीडिया के प्लेटफार्म के माध्यम से भी जागरुक कर फीडबैक ले सकेंगी।

सर्टिफिकेशन-स्टार रेंटिंग : इसके तहत नपा को 30 प्रतिशत अर्थात 1800 अंक मिलेंगे। यह अंक कचरा मुक्त शहर के तहत स्टार रैंकिंग के रूप में 1100 अंक और ओडीएफ कैटेगरी में वाटर प्लस के लिए 700 अंक मिलेंगे।

शहरों को साल भर काम करके दिखाना होगा

स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 में बेहतर रैंकिंग के लिए शहरों को साल भर काम करके दिखाना होगा, जो काम करके दिखाएंगे उनकी रैकिंग बेहतर आएगी। नगर निगम स्वच्छता को लेकर बेहतर कार्य कर रहा है। इसको लेकर 29 को मीटिंग भी आयोजित की गई है, जिसमें अहम मुद्दों व काम को बेहतर बनाने के तरीकों पर बातचीत होगी।- जगदीश शर्मा, नगर निगम आयुक्त, सोनीपत


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