Biogas Plant स्थापित करने रास्ता साफ, प्रतिदिन 100 टन पराली की खपत होगी

कलायत खंड का कैलरम गांव नेशनल हाई-वे पर स्थित है। घनी आबादी के इस गांव को बायोगैस प्लांट के लिए उपयुुक्त स्थान माना जा रहा है। इससे पहले कलायत शहर को जिला कैथल की पहली आरटीपीसीआर लैब का तोहफा मिला था;

Update: 2021-09-04 08:15 GMT

हरिभूमि न्यूज :कलायत/कैथल

हरी भरी हरियाली वाले प्रदेश हरियाणा में पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए सरकार ने महत्वाकांक्षी योजना को प्रभावी ढंग से जमीनी स्तर पर उतारने का कार्य तेज कर दिया है। इसके तहत कलायत खंड के गांव कैलरम में करीब 15 एकड़ में बायोगैस प्लांट स्थापित करने की राहें आसान हो गई हैं। प्लांट शुरू होने से वाहन, घरेलू गैस व अन्य संसाधनों के लिए प्रदूषण मुक्त-सुरक्षित ईंधन उपलब्ध होगा। जिला कैथल में यह अपने तरह की पहली और महत्वपूर्ण योजना होगी।

कलायत खंड का कैलरम गांव नेशनल हाई-वे पर स्थित है। घनी आबादी के इस गांव को बायोगैस प्लांट के लिए उपयुुक्त स्थान माना जा रहा है। इससे पहले कलायत शहर को जिला कैथल की पहली आरटीपीसीआर लैब का तोहफा मिला था। कलायत के उप मंडल नागरिक अस्पताल में लैब को विकसित करने का कार्य जारी है। इस चरण में अब जिस तरह बायोगैस प्लांट स्थापित करने का अवसर कैलरम गांव को मिलने जा रहा है उससे नया स्वरूप निश्चित रूप से इलाके को मिलने की उम्मीद हर कोई कर रहा है। 

 बायोगैस प्लांट स्थापित करने के लिए कैलरम गांव के ग्राम सचिवालय में ग्राम सभा की बैठक हुई। इसमें मुख्य रूप से खंड पंचायत एवं विकास अधिकारी रोजी सिंह मौजूद रही। इस दौरान ग्राम पंचायत सचिव जोगेंद्र सिंह, पटवारी व अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे। बैठक में बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। बीडीपीओ ने बताया कि बायोगैस प्लांट से एक दिन में 100 टन पराली कंज्यूम होगी। हरियाणा के रोहतक, कुरुक्षेत्र, करनाल, हिसार, सोनीपत, पानीपत व यमुनानगर में संबंधित प्रोजेक्टस में काम जारी है। जिला कैथल में कलायत खंड के गांव कैलरम को बायोगैस प्लांट के लिए उपायुक्त स्थान माना जा रहा है। इसी के मद्देनजर ग्राम पंचायत विभाग ने ग्राम सभा की बैठक बुलाकर बायागैस प्लांट स्थापित करने को लेकर व्यापक चर्चा की। 

Tags:    

Similar News