फैक्टरी पर सीएम फ्लाइंग का छापा : आचार के ड्रमों में मिली गंदी ईंटें, कई जगह होता था सप्लाई

कैथल के बलराज नगर स्थित आशीर्वाद गार्डन के पास सीएम फलाईंग ने एक आचार फैक्टरी में छापेमारी की।;

Update: 2021-06-16 16:46 GMT

हरिभूमि न्यूज. कैथल

कैथल के बलराज नगर स्थित आशीर्वाद गार्डन के पास सीएम फलाईंग ने एक आचार फैक्टरी में छापेमारी की। सीएम फलाईंग टीम में इंस्पेक्टर राजदीप मोर, फूड सेफ्टी आफिसर डा. राजेश और डा. राजीव व पुलिस पार्टी शामिल थी। सीएम फ्लाइंग की छापेमारी से फैक्टरी में भगदड़ मच गई। टीम ने जांच के दौरान किसी भी व्यक्ति को बाहर या अंदर नहीं जाने दिया। टीम ने पाया कि वहां पर करीब 40 से अधिक बड़े प्लास्टिक के ड्रमों के आचार तैयार किया जा रहा था।

ऐसा बताया जा रहा था कि यह आचार बनाने का काम यहां पर करीब डेढ़ साल से चल रहा था। यहां से तैयार कर यह आचार विभिन्न शहरों व गांवों में बेच दिया जाता था। टीम ने जांच के दौरान पाया कि जिन ड्रमों में आचार तैयार किया जा रहा था उनमें सफाई का उचित ध्यान नहीं दिया जा रहा था। यही नहीं कई आचार के ड्रमों में गंदगी से भरी ईंटें भी पडी थी। इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि आचार की गुणवत्ता किस कदर की होेगी।

टीम ने भरे आठ सैंपल

फूड सेफ्टी आफिसर डा. राजेश कुमार ने बताया कि टीम को सूचना मिली थी कि यहां पर बड़े पैमाने पर आचार बनाया जा रहा है तथा निर्धारित पैमाने पर साफ सफाई व गुणवत्ता को दरकिनार किया जा रहा है। मिली सूचना के आधार पर ही यहां छापेमारी कर सैंपल लिए गए। सैंपल जांच के लिए भिजवाए गए हैं। सैंपल रिपोर्ट आने के आधार पर ही आगामी कार्रवाई की जाएगी। वहीं  आचार फैक्टरी के संचालक संदीप कुमार ने बताया कि वह करीब डेढ़ साल से आचार बना रहा है। आचार बनाने में गुणवत्ता तथा साफ सफाई का उचित ध्यान रखा जा रहा है।

पहले भी मिला था बड़े पैमाने पर निम्न गुणवत्ता का आचार

गौरतलब है कि इससे पूर्व भी सीएम फ्लाइंग ने कैथल में आचार फैक्टरी पर छापेमारी कर बडे पैमाने पर निम्न गुणवत्ता का आचार बरामद किया था। आचार का नमूना सही न पाए जानें पर टीम ने 10 क्विंटल से भी अधिक आचार को नष्ट भी किया था। ऐसे में बार-बार कैथल से निम्न गुणवत्ता का आचार तैयार होना पाया जाने से खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह खड़े हो रहे हैं। यदि सीएम फ्लाइंग ही जांच करती है तो फिर जिला प्रशासन व खाद्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी क्या कर रहे हैंं?


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