CM बोले, विद्यार्थियों को रीडिंग-राइटिंग व अर्थमैटिक तक न पढ़ाकर उनका सर्वांगिण विकास करें शिक्षक

मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने कहा कि मुझे यकीन है कि आज हुई इस चर्चा में हमें कई विचार और सुझाव प्राप्त होंगे जो छात्रों (students) को संस्कारवान और आत्मनिर्भर बनने में मदद करेंगे।;

Update: 2020-06-29 13:45 GMT

चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Chief Minister Manohar Lal) ने शिक्षकों से आह्वान किया कि वे छात्रों को भविष्य के राष्ट्र निर्माता के रूप में तैयार करने में अपना बहुमूल्य योगदान देने के लिए आगे आएं, शिक्षा को केवल रीडिंग (reading) , राइटिंग, अर्थमैटिक तक सीमित न रखें हर शिक्षक को अपने छात्रों के सर्वांगीण विकास पर बल देना चाहिए।

मुख्यमंत्री यहां हरियाणा उच्चत्तर शिक्षा परिषद द्वारा ऑनलाइन माध्यम से आयोजित ई-संगोष्ठी में संबोधित कर रहे थे। भारतीय शिक्षा मंडल के संगठन मंत्री मुकुल कानिटकर, विश्वविद्यालयों के कुलपति, महाविद्यालयों के प्राचार्य और शिक्षकों ने भी इस अवसर पर अपने विचार सांझा किए। मुख्यमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत में शिक्षकों की भूमिका के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मुझे यकीन है कि आज हुई इस चर्चा में हमें कई विचार और सुझाव प्राप्त होंगे जो छात्रों को संस्कारवान और आत्मनिर्भर बनने में मदद करेंगे।

उन्होंने कहा कि किसी भी छात्र के छिपे हुए कौशल और प्रतिभा को पहचानने में शिक्षक की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। जो छात्रों को अच्छा प्रदर्शन करने और जीवन में सफल होने के लिए प्रेरित करता है और राष्ट्र निर्माता के रूप में उनका निर्माण करता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी सरकार की भूमिका विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और स्कूलों का निर्माण करना और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने के लिए नीतियां बनाना हैं, लेकिन राष्ट्र निर्माण, छात्रों के भविष्य और शिक्षाप्रद समाज को आकार देने में शिक्षकों की भूमिका सर्वोपरि है।

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