महिला पहलवान की शिकायत ने कोच को बनाया हैवान, बच्चे पर भी नहीं आया तरस
पुलिस ने इस हत्याकांड के आरोप में अखाड़े के ही एक कोच सुखविंद्र और उसके साथियों पर केस दर्ज किया है। फिलहाल इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। पूरा विवाद महिला खिलाड़ी के परिवार द्वारा सुखविंद्र की शिकायत के बाद बढ़ा।;
हरिभूमि न्यूज : रोहतक
जाट कॉलेज के अखाड़े में शुक्रवार शाम कोच मनोज मलिक और उनकी पत्नी साक्षी समेत पांच लोगों की हत्या कर दी गई। मनोज का तीन साल का बेटा सरताज और कोच अमरजीत घायल हो गए।
पुलिस ने इस हत्याकांड के आरोप में अखाड़े के ही एक कोच सुखविंद्र और उसके साथियों पर केस दर्ज किया है। फिलहाल इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। पूरा विवाद महिला खिलाड़ी के परिवार द्वारा सुखविंद्र की शिकायत के बाद बढ़ा। शिकायत पर मनोज ने सुखविंद्र को अखाड़े में प्रैक्टिस करवाने से मना कर दिया था। तभी से सुखविंद्र रंजिश रखे हुए था। अखाड़े में आने से मना करना सुखविंद्र को बर्दाश्त नहीं हो पाया और वह हैवान बन गया। उसके सिर पर काल इस कदर सवार हुआ कि एक साथ पांच लोगों की हत्या कर डाली। वारदात शाम करीब 7.30 बजे हुई। बता दें कि मनोज के अंडर ही सुखविंद्र अखाड़े में कोचिंग देता था।
खून सवार था सिर-मुंह पर गोलियां चलाई
आरोपित सुखविंद्र के सिर पर खून सवार था। वह अंधाधुंध गोलियां बरसा रहा था। जिस तरह सभी के सिर और मुंह पर गोलियां मारी गई उससे मानसिकता रही है कि कोई जिंदा नहीं बचना चाहिए। किसी के मुंह के आर-पार गोली चलाई गई है तो किसी के मुंह के निचले सिरे में गोली मारकर मौत के घाट उतारा गया है।
नरसंहार के पीछे दो कहानियां
पहली- ये है एफआईआर : एफआईआर में मनोज के भाई प्रमोज ने पुलिस को शिकायत में बताया कि 4-5 दिन पहले यहां अखाड़े में प्रैक्टिस करने वाली महिला पहलवान के घर वालों ने सुखविंद्र के खिलाफ शिकायत दी थी। इसके बाद मनोज ने सुखविंद्र को अखाड़े में कोचिंग देने के लिए आने से मना कर दिया था। इसी बात की रंजिश सुखविंद्र रखे हुए था। उसने शुक्रवार शाम को अखाड़े में पहुंचकर मनोज, उनकी पत्नी साक्षी और बेटे सरताज पर गोलियां बरसा दी। मनोज और साक्षी की मौत हो गई, जबकि सरताज ट्रामा सेंटर में भर्ती है। इसी दौरान कोच सतीश दलाल, यहां प्रैक्टिस करने वाली मथूरा की पहलवान पूजा, प्रदीप मालिक मोखरा और अमरजीत पर भी अंधाधुंध फायरिंग कर दी। इनमें से तीन की मौत हो गई और अमरजीत घायल हुआ। इसी शिकायत को आधार मानकर पुलिस ने सुखविंद्र और उसके साथियों पर केस दर्ज किया है।
दूसरी- ये भी विवाद : दूसरी कहानी यह चली हुई है कि मनोज और सुखविंद्र के बीच अखाड़े में प्रैक्टिस करवाने और हिस्से को लेकर विवाद चल रहा था। इसी विवाद को सुलझाने के लिए शुक्रवार को जाट कॉलेज अखाड़े में अन्य कोच आए हुए थे। बातचीत चल रही थी तो इसी बीच सुखविंद्र तैश में आ गया और उसने अंधाधुंध फायरिंग कर दी। इसमें पांच लोगों की मौत हो गई और बच्चे सरताज समेत कोच अमरजीत घायल हो गए। लेकिन फिलहाल पुलिस ने मनोज के भाई की शिकायत के आधार पर ही केस दर्ज किया है।
ऐसे चला खूनी खेल
शुक्रवार शाम को मनोज अखाड़े में प्रैक्टिस करवा रहा था। आरोप है कि करीब 7.30 बजे के बीच सुखविंद्र अपने साथियों के साथ वहां आया और मनोज पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी। अचानक हुए हमले से परिवार संभल नहीं पाया। मनोज और उसकी पत्नी साक्षी बेटे सरताज को गोली मार दी गई। बीच बचाव में आए अन्य तीन कोच सतीश, प्रदीप, अमरजीत और महिला पहलवान पूजा भी गोली मार दी गई। इसके बाद आरोपित वहां से फरार हो गए। मनोज और साक्षी की मौके पर ही मौत हो गई थी। जबकि घायल सतीश, प्रदीप, अमरजीत, पूजा और सरताज को मौके पर पहुचें लोगों ने निजी अस्पताल पहुंचाया। यहां एक की मौत हो गई। इसी दौरान पुलिस पहुंची और घायलों को पीजीआई के ट्रामा सेंटर में भर्ती करवाया। यहां दो और लोगों की मौत हो गई। कोच अमरजीत को गंभीर हालत के चलते देर रात गुरुग्राम के लिए रेफर कर दिया। जबकि घायल सरताज को पीकू में दाखिल करवाया गया है। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
कॉलेज में डीपी था मनोज : मनोज जाट कॉलेज में डीपी के पद पर कार्य करता था जबकि उनकी पत्नी साक्षी रेलवे में नौकरी करती थी। मनोज देव कॉलोनी में रहता था और राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी था। हर रोज शाम को मनोज अखाड़े में प्रैक्टिस करवाने आता था। साक्षी भी यहीं प्रैक्टिस करती थी।
अमरजीत गुरुग्राम रेफर : गोली लगने से घायल हुए अमरजीत को पहले तो ट्रामा सेंटर में भर्ती करवाया गया। यहां उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ तो करीब तीन घंटे के बाद उसे गुरुग्राम रेफर कर दिया गया। अमरजीत को दो गोलियां लगी हुई हैं। वहीं मनोज के बेटे सरताज को पीकू में भर्ती करवाया गया है। उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
पुलिस ने जाट कॉलेज अखाड़े के साथ-साथ देव कॉलोनी में मेहर सिंह अखाड़े की भी सुरक्षा बढ़ा दी है। इसके अलावा अन्य अखाड़ों पर भी पुलिस निगाह बनाए हुए है। इसके अलावा ट्रामा सेंटर में पहलवानों की भीड़ लगी हुई है।
रातभर छापेमारी
पुलिस ने हत्याकांड को लेकर पांच टीम गठित की हैं। इसमें सीआईए-1,2,3, संबंधित थाने की पुलिस और डीएसपी की टीम हैं। टीम पूरी रात वारदात को अंजाम देने वालों की तलाश में छापेमारी करती रही। पता लगाया जा रहा है कि आरोपित पैदल ही भागे या किसी गाड़ी में आए थे। इसके लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है। जिसमें एक संदिग्ध स्वीफ्ट डिजायर कार सामने आई है। वारदात करने वाले एक से ज्यादा थे तो अन्य गाडि़यों की भी तलाश की जा रही है।
हर एंगल से कर रहे जांच
मौके पर पुलिस बल पहुंचा। फोरेंसिक टीम ने भी साक्ष्य जुटाए हैं। हत्यारों की गिरफ्तारी जल्द कर ली जाएगी। टीम बना दी गई। हर एंगल की जानकारी जुटाई जाएगी।-संदीप खिरवार, आईजी, रोहतक रेंज।
जल्द गिरफ्त में होंगे हत्यारे : हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए टीम बना दी गई हैं। छापेमारी की जा रही है। शहर की सुरक्षा को देखते हुए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। जल्द ही हत्यारे पकड़ में होंंगे। मनोज के भाई की शिकायत पर कोच सुखविंद्र और अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। जल्द ही गिरफ्तारी होगी। -राहुल शर्मा, एसपी, रोहतक।