सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल बोले- हैफेड हर जिले में बाजार खोलेगा
इन बाजारों में डेयरी के उत्पाद के साथ-साथ हैफेड द्वारा रोजमर्रा की प्रयोग होने वाली वस्तुओं को रखा जाएगा। इसके अलावा, वीटा के बूथों की संख्या बढ़ाने के लिए प्रदेश के सभी उपायुक्तों को लिखा गया है और इन बूथों पर न केवल दूध उत्पाद बल्कि सब्जी व फल भी बेचे जाएंगे।;
हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने कहा कि कृषि उत्पादन क्षेत्र में सहकारिता को बढ़ावा देने के लिए किसानों (Farmers) को उनकी फसल का उचित मूल्य देने के लिए हैफेड द्वारा हर जिले में बाजार खोले जाएंगे। इन बाजारों में डेयरी के उत्पाद के साथ-साथ हैफेड द्वारा रोजमर्रा की प्रयोग होने वाली वस्तुओं को रखा जाएगा। इसके अलावा, वीटा के बूथों की संख्या बढ़ाने के लिए प्रदेश के सभी उपायुक्तों को लिखा गया है और इन बूथों पर न केवल दूध उत्पाद बल्कि सब्जी व फल भी बेचे जाएंगे। सहकारिता मंत्री करनाल में सहकारिता दिवस पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि सहकारिता के माध्यम से ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वर्ष 2022 में किसानों की आय दोगुनी करने के सपने को साकार किया जा सकता है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल का ऑडियो संदेश भी सुनाया गया तथा सहकारिता के क्षेत्र में किए गए कार्यों की लघु फिल्म दिखाई गई।
उन्होंने कहा कि शुगरफैड के माध्यम हरियाणा सरकार द्वारा कैथल, पलवल और महम चीनी मिलों द्वारा चीनी के साथ-साथ गुड़ व शक्कर बनाने का काम शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि शाहबाद में इनथॉल बनाने का कार्य शीघ्र शुरू होगा और कैथल शुगरमिल में भी बाईपिन ब्रिकेटिंग बनाने का कार्य शुरू किया गया है। इसके लिए किसानों से 120 रुपये प्रति क्विंटल पराली खरीदी जाएगी। किसानों को इसका आर्थिक लाभ होगा वहीं प्रदूषण से भी राहत मिलेगी।
इस मौके पर सहकारिता विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल ने कहा कि हरियाणा सहकारिता के क्षेत्र में काफी उपलब्धि हासिल कर रहा है। प्रदेश की 22 हजार सहकारी समितियों में से 12 हजार अच्छा कार्य कर रही हैं। सभी समितियों को आने वाले समय में कम्पयूटरीकरण किया जाएगा ताकि पारदर्शिता रह सके और जो भी उनके आपसी विवाद होंगे, उनको निर्धारित समय में पूरा किया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि हैफेड द्वारा बहुत अच्छा कार्य किया जा रहा है। अप्रैल 2020 से अक्टूबर 2020 तक हैफेड द्वारा 1.25 लाख टन यूरिया व 34 हजार टन डीएपी उपलब्ध करवाया गया। उन्होंने कहा कि हरियाणा देश का ऐसा राज्य है जहां पर किसान द्वारा उत्पादित सभी फसलों को खरीदा जाता है, हैफेड इसमें सबसे अधिक योगदान देता है, तिल, दाल, सरसों, धान की खरीद में हैफेड अहम भूमिका निभाता है। इस कार्यक्रम में आरसीएस आरएस वर्मा ने आए हुए सभी अतिथियों का धन्यवाद किया।
उत्पादन क्षेत्र में कैथल व करनाल मिल रही अव्वल
सहकारिता के राज्य स्तरीय कार्यक्रम में सहकारी चीनी मिल कैथल ने वर्ष 2019-20 के पिराई सत्र में 41.22 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 4.16 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन करके मिल ने 94.76 प्रतिशत तकनीकी क्षमता को प्राप्त किया। इस मिल के प्रबंध निदेशक पूजा चांवरिया को सम्मानित किया गया व द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर करनाल चीनी मिल के चेयरमैन निशांत कुमार यादव व एमडी अदिति को सम्मानित किया गया। चीनी मिल ने वर्ष 2019-20 में 35.72 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 3.66 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन करके मिल द्वारा 91.72 प्रतिशत तकनीकी क्षमता को प्राप्त किया जो सराहनीय है।