Cotton Price : दस हजार के करीब पहुंचे कपास के भाव, अभी और बढ़ने की उम्मीद, किसानों के चेहरे खिले
ऐसे ही भाव बढ़ने लगे तो आने वाले दिनों में दस हजार रुपये तक भाव पहुंचे की उम्मीद किसानों को हुई है। इस बार उत्पादन बहुत कम हो रहा है। अब भाव से ही किसानों को उम्मीद है।;
हरिभूमि न्यूज. उचाना ( जींद )
कपास के भाव में तेजी से किसानों के चेहरे खिलने लगे है। इस बार फसल में गुलाबी सुंडी के चलते उत्पादन प्रति एकड़ कम हो रहा है। किसानों को फसल के भाव से ही उम्मीद है। सोमवार को फायर बिग्रेड के पास वाली मंडी में कपास की बोली पर 9400 रुपये प्रति क्विंटल तक कपास बिकी। बोली पर कपास के भाव बढ़ने से किसान खुश नजर आए। किसानों को अब भाव बढ़ने की उम्मीद होने लगी है। कुछ दिनों से भाव कम थे। किसानों का कहना है कि भाव 10 हजार तक पहुंच सकते है।
बीते साल से कम आई है कपास
इस साल कपास की फसल में हुए नुकसान के चलते उत्पादन कम हुआ है। भाव सरकारी भाव से अधिक होने के चलते अब की बार सीसीआई को कपास नहीं मिली। बीते साल सीसीआई की सरकारी खरीद पर आस-पास के जिलाें के किसान भी कपास बेचने आए थे। इस साल भाव अधिक होने से सीसीआई को कपास किसानों ने नहीं बेची। मार्केट कमेटी में दर्ज रिकॉर्ड के अनुसार इस बार 69806 क्विंंटल कपास आई है। बीते साल अब तक 341443 क्विंटल कपास आई थी। इस साल क्षेत्र में 75 प्रतिशत तक सरकारी सर्वे में कपास खराब है। इसका सीधा असर उत्पादन पर पड़ा है।
भाव बढ़ने की उम्मीद
किसानों ने कहा कि इस साल भाव कपास के शुरू से ही तेज रहे है। कुछ दिनों से भाव में अब तेजी आ रही है। 9400 रुपये प्रति क्विंटल तक कपास के भाव सोमवार को रहे हैं। ऐसे ही भाव बढ़ने लगे तो आने वाले दिनों में दस हजार रुपये तक भाव पहुंचे की उम्मीद किसानों को हुई है। इस बार उत्पादन बहुत कम हो रहा है। अब भाव से ही किसानों को उम्मीद है। गुलाबी सुंडी से खराब हुई खड़ी कपास की फसल की जुताई तक किसानों ने करनी पड़ी थी। मार्केट कमेटी सचिव नरेंद्र कुंडू ने कहा कि सोमवार को बोली पर 9400 रुपये प्रति क्विंटल तक के भाव रहे।
किस दिन क्या भाव रहे
3 जनवरी को 9100 रुपये प्रति क्विंटल
4 जनवरी को 8800 रुपये प्रति क्विंटल
7 जनवरी को 8952 रुपये प्रति क्विंटल
10 जनवरी को 9400 रुपये प्रति क्विंटल
नोट: ये आंकड़े मार्केट कमेटी में दर्ज उच्च क्वालिटी कपास के हैं।