सावधान! juice jacking के माध्यम से धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं साइबर अपराधी, इन बातों का रखें ध्यान
साइबर क्राइम से बचने के लिए कुछ सावधानियां रखनी अति आवश्यक है। चार्ज करते समय अपने फोन का डेटा ट्रांसफर को ऑफ करके रखें। सार्वजनिक स्थानों पर चार्ज करने से पहले अपने डिवाइस को स्विच ऑफ कर दें। अपने साथ पोर्टेबल पावर पैक या पावर बैंक लेकर चलें।;
हरिभूमि न्यूज. झज्जर
जिला पुलिस द्वारा आम लोगों को साइबर क्राइम से बचाव के प्रति जागरूक करने के लिए चलाया जा रहा विशेष जागरूकता पाठशाला का अभियान लगातार जारी है। विशेष जागरूकता अभियान के तहत आमजन को साइबर अपराध से बचाव के संबंध में सजग करने के साथ-साथ महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए जा रहे हैं।
एसपी वसीम अकरम ने बताया कि साइबर अपराधी ज्यूस जैकिंग के माध्यम से धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दे सकते हैं। ज्यूस जैकिंग एक तरह का साइबर फ्रॉड है। जिसमें यूएसबी चाजिंर्ग पोर्ट, जो पोर्ट वास्तव में डेटा कनेक्शन और चाजिंर्ग दोनों के लिए उपयोग किया जाता है, का उपयोग करके स्मार्ट फोन, टैबलेट या अन्य कंप्यूटर उपकरणों से डेटा कॉपी किया जाता है। पीडि़त व्यक्ति यह सोचता है कि यह केवल चाजिंर्ग पोर्ट है। हैकर डेटा केबल का उपयोग करके यूएसबी पोर्ट के माध्यम से डेटा चोरी करने के लिए उसी चाजिंर्ग प्वाईंट का उपयोग करता है। पीडि़त के द्वारा किसी सार्वजनिक स्थान पर अपने मोबाइल या डिवाइस को चाजिंर्ग पोर्ट में प्लग किया जाता है। इस प्रकार पीडि़त के मोबाइल से डेटा चुराने की प्रक्रिया को ज्यूस जैकिंग कहा जाता है।
उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम से बचने के लिए कुछ सावधानियां रखनी अति आवश्यक है। चार्ज करते समय अपने फोन का डेटा ट्रांसफर को ऑफ करके रखें। सार्वजनिक स्थानों पर चार्ज करने से पहले अपने डिवाइस को स्विच ऑफ कर दें। अपने साथ पोर्टेबल पावर पैक या पावर बैंक लेकर चलें। मोबाइल चार्ज करने हेतु डेटा डिसेबल्ड चाजिंर्ग केबल का प्रयोग कर सकते हैं। नकली वेबसाइटों से सतर्क रहें और किसी भी कारण से संदिग्ध होने पर अनजान कॉल, संदेश, ईमेल आदि का जवाब ना दें और अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा ना करें। साइबर क्राइम अथवा किसी भी प्रकार की ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने के लिए जरूरी है कि प्रत्येक उपयोगकर्ता स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते समय सतर्क रहें।