Cyber Fraud : DSP, ASI और वकील की फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर दोस्तों से मांगे रुपये, ऐसी मजबूरियां बताकर करते हैं ठगी, रहें सावधान
इन दिनों ठगी की वारदातें बढ़ती जा रही हैं। किसी न किसी बहाने से ठग लोगों का अपना शिकार बना रहे हैं। ज्यादातर ठगों ने फेसबुक पर सक्रिय लोगों को अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया है। पुलिस ने लोगों से कहा है कि अपने जान-पहचान वालों की आईडी से मांगे गए रुपयों के बारे में कनफर्म कर लें।;
हरिभूमि न्यूज : रोहतक
साइबर क्राइम करने वालों के हौसले बुलंद हैं। ऐसेे लोगों से ज्यादा ठगी की जा रही है जिनकी समाज में अच्छी जान पहचान है और उनके नाम पर लोग रुपये दे भी सकते हैं। फेसबुक आईडी से किसी व्यक्ति के फोटो और जानकारी चोरी कर उनके मिलते जुुलते नाम से आईडी बनाई जाती है। ठग कभी पत्नी के बीमार होने, कभी खुद के बीमार होने और अन्य मजबूरी बताकर रुपये मांग रहे हैं। ठग अपना खाता नम्बर और फोन पे नम्बर भी शेयर कर रहे हैं। हाल ही के दिनो में हरियाणा पुलिस के डीएसपी, एएसआई और अधिवक्ता की आईडी फर्जी बनाकर ठगी की गई। इससे पहले भी कई अधिकारियों, व्यापारियों से इसी अंदाज में ठगी की जा चुकी है। पुलिस आरोपितों तक पहुंचने के लिए प्रयास कर रही है।
ये मजबूरियां बताते हैं ठग
# फेसबुक के जरिए ठगी करने वाले आरोपित हर व्यक्ति को भेजे गए मैसेज में अलग अलग डिमांड करते हैं।
# बातचीत पहले हैलो हाय से शुरू की जाती है ताकि उन पर शक न हो। इसके बाद कहा जाता है कि वह बीमार है और किसी अस्पताल में भर्ती है। उसे तत्काल फोन पे या गूगल पे पर दस हजार रुपए चाहिए।
# किसी मैसेज में ठग बताता है कि उसकी पत्नी बीमार है, जो सरिता विहार में अपोलो अस्पताल में भर्ती है। उसे कल सुबह 11 बजे तक के लिए रुपए चाहिए।
डीएसपी की फर्जी आईडी बनाई
ठगों ने हरियाणा पुलिस के डीएसपी को भी नहीं बख्शा। डीएसपी नरेश कुमार को भी अपनी फेसबुक पर सूचित करना पड़ा कि उनकी फर्जी आईडी बनाकर ठग लोगों से रुपए मांग रहे हैं। इसलिए कोई भी उनके नाम पर किसी को रुपए न दे। कई दिनों तक वह ठगों से परेशान रहे। उनके पास मित्रों के फोन आने शुरू हुए तो उन्हें घटना का पता चला। ठगों ने उनके मित्रों को मैसेज भेज कर रुपये भी मांगे, लेकिन कोई ठग नहीं पकड़ा गया। बता दें कि डीएसपी नरेश कुमार ने भी फर्जी आईडी की सूचना दी है ताकि अपराधियों को पकड़ा जा सके।
एएसआई की फर्जी आईडी बनाई, किए मैसेज
मॉडल टाउन चौकी के प्रभारी एएसआई निकेश की फेसबुक आईडी भी फर्जी बना ली गई। आरोपित ने उनके मित्रों को मसैज करने शुरू कर दिए। जरूरत बताते हुए लोगों से रुपए की मांग की जाने लगी। जब लोगों ने एएसआई को फोन कर मामले की जानकारी दी तो उन्होंने अपनी फेसबुक आईडी पर लिखा कि उनकी आईडी बनाकर लोगों से रुपये मांगे जा रहे हैं। किसी को भी उनके नाम पर रुपये न दें। साइबर क्राइम करने वालों का गैंग है। वह पूरी प्लानिंग के साथ और पूरे इमोशन के साथ ही जान-पहचान वालों को वसूलते हैं।
अधिवक्ता बनकर अपनी मजबूरियां बताईं, कहा पैसे दे दो
पिछले दिनों अधिवक्ता हरीश सिकरी की फेसबुक आईडी भी फर्जी बनाई गई थी। ठग ने उनके मित्रों को मैसेज कर रुपये मांगने शुरू कर दिए थे। आरोपित ने अधिवक्ता बनकर बताया कि वह मुश्किल में है और उसे रुपये की जरूरत है। इस दौरान लोगों ने उनको फोन किए तो घटना का पता चला। हैरानी की बात तो यह है कि विश्वास में आकर एक जज के रिडर ने ठग को करीब 25 हजार रुपये भी भेज दिए थे। पुलिस को शिकायत दी गई लेकिन आरोपितों का पता नहीं चल सका। पुलिस ऐसे गैंग की तलाश में लगी हुई है। पुलिस के साइबर विभाग की टीमें ऐसे फेक मैसेजेस के बारे में छानबीन कर रही है।
तीन बार फेसबुक आईडी हैक की
अधिवक्ता अशोक कादयान ने बताया कि ठगों ने तीन बार उनकी फेसबुक आईडी बनाई। जिसकी वजह से उन्हें काफी परेशानी हुई। ठग ने उनके मित्रों को मैसेज करने शुरू कर दिए कि वह बीमार हैं और उनके खाते में 35 हजार रुपए जमा करवाएं दिए जाएं। ठग ने अपना खाता नम्बर भी मैसेज में शेयर किया। उन्होंने पुलिस को शिकायत देकर केस दर्ज करवाया था। लेकिन आरोपित को पकड़ा नहीं गया, लेकिन उनकी आईडी दोबारा बनाकर ठग ने लोगों को मैसेज भेज कर अलग अलग रुपए मांगने शुरू कर दिए। अब उनकी तीसरी बार आईडी बनाकर शहर के लोगों को फिर से मैसेज भेज कर 30 हजार रुपए मांगे जा रहे हैं। अब वह एसपी राहुल शर्मा को दोबारा शिकायत देकर कार्रवाई की मांग करेंगे।