सावधान : Omicron के आने से फिर सक्रिय हुए साइबर ठग, इन बातों का रखें ध्यान
पुलिस ने आमजन से अपील की है कि वह अज्ञात व्यक्तियों से प्राप्त क्विक रिस्पोंस (क्यूआर) कोड की स्कैनिंग करते समय विशेष सतर्कता बरतते हुए इससे बचें। क्योंकि यह कोड उनके बैंक खातों की जानकारी लेकर ठगी कर सकते हैं। ईमेल, व्हाट्सएप जैसे माध्यम से क्यूआर कोड भेजकर लोगों के बैंक खातों को हैक कर ठगी की कोशिश कर रहे हैं।;
हरिभूिम न्यूज : रोहतक
साइबर ठगी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे। आए दिन लोगों के साथ ठगी होने की घटनाएं हो रही हैं। ठग इतने शातिर हैं कि वह हर बार अलग अलग तरीके से ठगी करते हैं। इस बार ठगों ने नए संक्रमण ओमिक्रोन और वैक्सीन के नाम पर बैंक खातों की जानकारी लेकर ठगी करनी शुरू कर दी है। पुुलिस के मुताबिक महामारी के चलते कई गुणा साइबर क्राइम में बढ़ोतरी हुई है। दोबारा वायरस का खतरा देखते हुए हरियाणा पुलिस ने भी एडवाइजरी जारी की है। पुलिस ने आमजन से अपील की है कि वह अज्ञात व्यक्तियों से प्राप्त क्विक रिस्पोंस (क्यूआर) कोड की स्कैनिंग करते समय विशेष सतर्कता बरतते हुए इससे बचें। क्योंकि यह कोड उनके बैंक खातों की जानकारी लेकर ठगी कर सकते हैं। ईमेल, व्हाट्सएप जैसे माध्यम से क्यूआर कोड भेजकर लोगों के बैंक खातों को हैक कर ठगी की कोशिश कर रहे हैं।
कोविड की बूस्टर डोज लगवाने के नाम पर ठगी
कोविड की बूस्टर डोज लगवाने के नाम पर बूस्टर डोज के रजिस्ट्रेशन का लिंक भेजकर कई लोगों के साथ धोखाधड़ी की गई है। इसके अलावा ओमिक्रॉन के नाम पर भी ठग लोगों को फर्जी लिंक भेज कर रहे हैं।
सामान बेचने, खरीदने के नाम पर फ्राड
सबसे पहले, स्कैमर्स सामान के लिए खरीददार या विक्रेता बनकर लोगों को भुगतान में आसानी के लिए एक क्यूआर कोड भेजकर स्कैन करने के लिए कहते हैं। जैसे ही वह कोड स्कैन करते हैं तो उनके खाते से पैसे कट जाते हैं। इसके अतिरिक्त दुकानदारों को भी थोक ऑर्डर की पेशकश के साथ लालच दिया जाता है। बाद में भुगतान प्राप्त करने के लिए क्यूआर कोड भेजकर धोखा दिया जाता है।
केवाईसी के नाम पर ठगी
संक्रमण के दौरान विभिन्न वित्तीय स्कीम के नाम पर साइबर फ्रॉड में बढ़ोतरी हुई है। केवाईसी कराने को लेकर मैसेज जारी किए जा रहे हैं। मैसेज में 24 घंटे का वक्त दिया जाता है और लिखा होता है कि अगर 24 घंटे में केवाईसी नहीं कराई तो आपका अकांउट बंद कर दिया जाएगा। आरोेपित एनीडेस्क और इससे मिलती जुलती ऐप डाउनलोड करने के बाद इसके माध्यम से रुपये निकाल लेते हैं।
ये रखें ध्यान
जब भी आप केवाईसी से संबंधित मैसेज प्राप्त करते है कि आपका अकांउट 24 घंटे के अंदर बंद कर दिया जाएगा तो घबरांए नहीं। इस तरह के किसी भी मैसेज और काॅल का जवाब ना दें और इनके साथ अपने किसी भी गोपनीय चिजों को सांझा ना करें। अगर किन्ही कारणों से आपका खाता पेटीएम, फोनपे, पेजएप्प, गूगलपे द्वारा बंद कर दिया जाता है तो कंपनी के कस्टमर सर्विस नंबर पर ही काॅल कर इसकी जानकारी लें। क्यूआर कोड की स्कैनिंग से बचना चाहिए। संदिग्ध पतों से आई ई-मेल, व्हाट्सएप व टेक्स्ट संदेशों का जवाब नहीं देना चाहिए।
साइबर डेस्क पर करें शिकायत
किसी व्यक्ति के साथ किसी भी प्रकार का साइबर अपराध होता है तो वह नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल नम्बर 155260 या वेब पोर्टल, पुलिस थाना या हर थाना में नई स्थापित की गई साइबर डेस्क में अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। साइबर क्राइम से बचने के लिए लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है। किसी भी क्यूआर कोड व लिंक पर क्लिक करने से बचें। इसके अलावा अपने खातों की जानकारी और ओटीपी किसी को न बताएं। -उदय सिंह मीना, एसपी रोहतक