मुर्गी फार्म के गटर में मिला 4 दिन से लापता बच्चे का शव, 4 बहनों का इकलौता भाई था प्रियांशु

बच्चा मुर्गी फार्म से 16 फरवरी को लापता हुआ था। जिसके बाद स्वजनों ने जीटी रोड पुलिस चौकी में बच्चे के लापता होने की शिकायत दर्ज करवा दी थी, लेकिन बच्चा फार्म में खेलते-खेलते वहां खुले पड़े गंद से अटे पड़े गहरे गटर में जा गिरा।;

Update: 2022-02-19 16:25 GMT

गन्नौर  ( सोेनीपत ) 

दातौली से पट्टी ब्राह्मणान रोड स्थित मुर्गी के गटर में एक 4 वर्षीय बच्चे शव मिला है। बच्चा मुर्गी फार्म से 16 फरवरी को लापता हुआ था। जिसके बाद स्वजनों ने जीटी रोड पुलिस चौकी में बच्चे के लापता होने की शिकायत दर्ज करवा दी थी, लेकिन बच्चा फार्म में खेलते-खेलते वहां खुले पड़े गंद से अटे पड़े गहरे गटर में जा गिरा और उसमें डूब गया। सूचना के बाद जीटी रोड चौकी पुलिस मैके पर पहुंची और शव को बाहर निकलवा कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।

गांव चेड़ी, जिला गया बिहार फिलहाल दातौली निवासी मनोज मुईया व उसका परिवार दातौली से पट्टी ब्राह्मणान रोड स्थित मुर्गी फार्म में मजदूरी का काम करता है। उसका 4 वर्षीय बेटा प्रियांशु 16 फरवरी को अचानक लापता हो गया था। जिसकी उसने अपने स्तर पर तलाश की तो उसका कहीं पता नहीं चला। 17 फरवरी को उसने थाना बड़ी में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। जिसके बाद पुलिस बच्चे की तलाश में जुटी थी। शनिवार को प्रियांशु का शव फार्म के गटर के अंदर से बरामद हुआ।

खेलते-खेलते गिरा गटर में

मनोज मुईया फिलहाल मुर्गी फार्म में अपने स्वजनों के साथ मजदूरी का काम करता था और वहीं रहता था। 16 फरवरी को वह और उसकी पत्नी माला देवी काम में व्यस्त थे। इस दौरान प्रियांशु खेलते-खेलते नाले में जा गिरा। काम में व्यस्त होने की वजह से उन्हें इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं था, कि उनके बेटे के साथ यह अनहोनी हो चुकी है। 4 दिन बाद बच्चे का शव फूल कर गटर के दूषित पाने के ऊपर आया तो सफाई कर्मी मुस्तगीन की नजर बच्चे के शव पर पड़ी। जिसके बाद बच्चे के शव को बाहर निकलवाया गया।

चार बहनों में इकलौता भाई था प्रियांशु

चार वर्षीय प्रियांशु चार बहनों में इकलौता भाई था। प्रियांशु की तीन बड़ी बहनें हैं। 11 वर्षीय मधु व 7 वर्षीय शांति गांव पट्टी ब्राह्मणान के राजकीय स्कूल में पढ़ती हैं। वहीं तीसरी बहन प्रिया की उम्र 5 वर्ष है। प्रियांशु की एक छोटी बहन भी है जो अभी एक वर्ष की ही है। इकलौता लड़के के चले जाने की वजह से उसकी स्वजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।

गटर बंद होता नहीं होता हादसा

मुर्गी फार्म के अंदर मौजूद इस गटर का पूरी तरह से बंद नहीं किया था। गटर के गहरा होने के बावजूद इसे ढकवाने में फार्म संचालक व स्टाफ द्वारा लापरवाही बरती गई। यदि गटर को पहले से ही ढकवा दिया गया होता को प्रियांशु इस हादसे का शिकार होने से बच सकता था। वहीं जीटी रोड चौकी इंचार्ज अशोक कुमार ने बताया कि पुलिस को हादसे की सूचना मिली थी। बच्चे को शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है। अभी स्वजनों की तरफ से कोई शिकायत नहीं मिली है। शिकायत के आधार पर ही कार्रवाई की जाएगी।

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