खेतों में मिला अधेड़ का शव : परिजनों ने खेत मालिक के बेटे व डायल 112 पर तैनात पुलिसकर्मियों पर लगाया मार डालने का आरोप

सूचना मिलने पर डीएसपी विनोद शंकर ने पुलिस बल व सीन ऑफ क्राइम की टीम के साथ मौके पर पहुंच शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु नागरिक अस्पताल पहुंचाया।;

Update: 2022-07-14 11:54 GMT

हरिभूमि न्यूज, हांसी

सिसाय हांसी रोड पर गांव से करीब 2 किलोमीटर दूर सिसाय निवासी 50 वर्षीय हंसराज का शव संदिग्ध परिस्थितियों में पड़ा हुआ मिला है। सूचना मिलने पर डीएसपी विनोद शंकर व सदर थाना प्रभारी पुलिस बल व सीन ऑफ क्राइम की टीम के साथ मौके पर पहुंच शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु नागरिक अस्पताल पहुंचाया।

वहीं परिजनों ने डीएसपी विनोद शंकर के समक्ष खेत मालिक के बेटे व डायल 112 की टीम पर हंसराज की हत्या किए जाने के आरोप लगाते हुए आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग करते हुए शव को उठाने नहीं दिया। और घटनास्थल पर काफी देर तक हंगामा किया। हंगामा कर रहे परिजनों को डीएसपी विनोद शंकर ने निष्पक्ष जांच कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु नागरिक अस्पताल पहुंचाया। जहां पुलिस ने मृतक की पत्नी लाली देवी की शिकायत के आधार पर खेत मालिक ईश्वर के बेटे प्रवीण व अन्य के खिलाफ धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर जांच आरंभ कर दी है।

पुलिस को दी शिकायत में मृतक हंसराज की पत्नी लाली देवी ने बताया कि उसका पति हंसराज गांव के ही एक किसान के खेतों पर मजदूरी का कार्य करता था और उसने खेत मालिक से 6000 रुपए उधार ले रखे थे। और कल खेत मालिक का बेटा प्रवीण पुलिस कर्मियों के साथ उनके घर आया और यह कहते हुए जबरदस्ती उसके पति हंसराज को अपने साथ ले गए कि यह हमारे रुपये नहीं दे रहा है। मृतक की पत्नी ने बताया कि उसने उनके समक्ष उसके पति को छोड़ने के लिए मिन्नतें की तथा उसके द्वारा लिए गए रुपये जल्द चुकाने की बात कही थी। लेकिन उन्होंने उसकी एक नहीं सुनी और जबरदस्ती हंसराज को अपने साथ ले गए। और उसके बाद आज सुबह गांव के एक व्यक्ति का फोन आया कि हंसराज का शव खेतों में पड़ा हुआ है। लाली देवी ने आरोप लगाया कि खेत मालिक के बेटे प्रवीण व पुलिस कर्मियों ने मिलकर हंसराज की हत्या कर उसके शव को पड़ोस के खेतों में फेंक दिया।

उधर पुलिस जांच अधिकारी ने बताया कि प्रवीण ने डायल 112 पर फोन कर हंसराज पर उसके रुपए छीन कर ले जाने का आरोप लगाया था। सूचना पर डायल 112 की टीम हंसराज को पूछताछ के लिए अपने साथ लेकर आई थी और पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया था। हंसराज की हत्या कैसे और कब हुई यह जांच के बाद सामने आएगा।

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