Deepender Hooda बोले : मनेठी एम्स की घोषणा के 8 साल बाद भी हरियाणा सरकार नहीं दिलवा पाई जमीन
- हरियाणा से रेल प्रोजेक्ट, एयरपोर्ट, विश्वविद्यालय, पावर प्रोजेक्ट छीने जा रहे और सरकार चुपचाप देख रही
- भिवानी में कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर 9 जुलाई को होने वाले विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम में पहुंचने का किया आह्वान
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Narnaul : सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय मंजूर हजारों करोड़ लागत वाले बड़े प्रोजेक्ट हरियाणा से बाहर चले गए। रेल बजट में मंजूर सोनीपत की रेल कोच फैक्ट्री बनारस चली गई। महम, हांसी और भिवानी के बीच बनने वाला इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर चला गया। दीपेंद्र हुड्डा (Deepender Hooda) शनिवार को भिवानी में कार्यकर्ताओं की बैठक ले रहे थे। बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान ने की।
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि गुरुग्राम में मंजूर कराया गया देश का पहला रक्षा विश्वविद्यालय गांधी नगर गुजरात में चला गया। सरकार अब एक और बड़े प्रोजेक्ट को हरियाणा से छीनने की साजिश कर रही है। यमुनानगर के 800 एमडब्ल्यू पावर प्लांट को झारखंड लेकर जाने की तैयारी चल रही है। एक के बाद एक एयरपोर्ट, विश्वविद्यालय, पावर प्रोजेक्ट और फैक्ट्रियां हरियाणा से छीनी जा रही हैं। सरकार के सौतेले व्यवहार के कारण विकास में नंबर वन रहा हरियाणा अब हर क्षेत्र में पिछड़ेपन से ग्रस्त है। एक के बाद एक बड़े प्रोजेक्ट प्रदेश से जा रहे हैं लेकिन हरियाणा की सरकार चुपचाप बैठी हुई है। वर्ष 2015 में खुद मुख्यमंत्री ने मनेठी रेवाड़ी एम्स की घोषणा की थी, आठ साल बीतने के बाद भी आज तक इसका काम शुरू नहीं हो सका। इतना ही नहीं कागजों में कैद मनेठी एम्स को अब तक हरियाणा सरकार जमीन भी नहीं दिलवा पाई।
उन्होंने कहा कि भाजपा और जजपा के बीच प्रदेश के विकास के लिए नहीं बल्कि भ्रष्टाचार और लूट की छूट का समझौता हुआ था। सत्ता में बैठे लोग दोनों हाथों से प्रदेश को लूट रहे हैं। माईिनंग, शराब, रजिस्ट्री समेत अलग-अलग विभागों में कौन कितना लूटेगा, इसका समझौता चल रहा है। इसी समझौते के तहत भर्ती घोटाला, पेपर लीक घोटाला, माईिनंग घोटाला, शराब घोटाला समेत कई दर्जन घोटाले अंजाम दिए गए।