Haryana में महामारी के चलते 'डायल 112' को शुरू करने में हाे रही देरी
पूरे मामले में गृहमंत्री (Home Minister) अधिकारियों से कईं बार विचार मंथन कर अपडेट ले चुके हैं। लेकिन कईं कामकाज पर कोविड के कारण विपरीत असर हो रहा है। शुक्रवार की शाम को गृहमंत्री अनिल विज ने प्रदेश के डीजीपी मनोज यादव और एसीएस होम विजयवर्धन के साथ में मीटिंग लेकर कईं विषयों को लेकर समीक्षा की, जिसमें डायल 112 पर भी मंथन हुआ।;
योगेंद्र शर्मा : चंडीगढ़
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की तर्ज पर राज्य में संगठित अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए पंचकूला (Panchkula) में तैयार हो चुकी आलीशान बिल्डिंग भले ही पुलिस को सौंप दी गई हो लेकिन कोविड की महामारी ने सीएम व गृहमंत्री के इस ड्रीम प्रोजेक्ट (Dream project) का पहिया रोक दिया है। पूरे मामले में गृहमंत्री अधिकारियों से कईं बार विचार मंथन कर अपडेट ले चुके हैं। लेकिन कईं कामकाज पर कोविड (Covid) के कारण विपरीत असर हो रहा है।
शुक्रवार की शाम को गृहमंत्री अनिल विज ने प्रदेश के डीजीपी मनोज यादव और एसीएस होम विजयवर्धन के साथ में मीटिंग लेकर कईं विषयों को लेकर समीक्षा की, जिसमें डायल 112 पर भी मंथन हुआ। शुक्रवार को डायल-112 की आलीशान बिल्डिंग बनकर तैयार हो जाने और पुलिस को हैंडओवर हो जाने के बाद भी कामकाज में हो रही देरी पर विज ने अफसरों से अपेडट लिया।
बताया जा रहा है कि भवन के अंदर आधुनिक उपकरण लगाने के काम के साथ ही इसके लिए खरीदे जाने वाले वाहनों पर भी कोविड का साया पड़ गया है। कोरोना संक्रमण के कारण हैदराबाद से आने वाली आईटी विशेषज्ञों की टीम नहीं आ रही है। इसके अलावा भी कईं तकनीकी कामकाज नहीं हो पा रहे हैं।विज ने कामकाज में अब तेजी लाने और इसको फाइऩल करने का निर्देश दिया है। क्राइम कंट्रोल के लिए डायल-112 की शानदार बिल्डिंग हरियाणा पंचकूला में तैयार हो चुकी है। जिसको पुलिस को हैंडओवर भी कर दिया गया है। पहले इसकी डैडलाइन मार्च अंत तक थी।अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए हम लगातार कदम उठा रहे हैं।
विज ने कहा कि बदले वक्त में अपराध करने के तौर तरीके भी बदले हैं डायल 112 अहम प्रोजेक्ट है। इसके शुरु होते ही हर अपराध स्थल पर पुलिस पंद्रह मिनट के अंदर पहुंच जाएगी। डायल 112 योजना को लेकर सी-डैक (सैंटर फॉर डैवलपमैंट ऑफ एडवांस कंप्यूटिंग) को एमरजेंसी रिस्पोंस एंड स्र्पोट सिस्टम (ईआरएसएस) परियोजना के लिए 152 करोड़ रुपये का वर्क आर्डर दिया जा चुका है। लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण प्रोजेक्ट में कुछ देरी हो रही है, हमने अधिकाारियों को इस पर काम तेजी के साथ में कराने का आदेश दिया है। इस भवन पर प्रस्तावित राशि 25 करोड़ से बढ़ते-बढ़कर 40 से ज्यादा हो चुकी है।