सतनाली स्टेशन पर बीकानेर एवं सैनिक एक्सप्रेस के ठहराव की मांग, रेलराज्य मंत्री को भेजा ज्ञापन

सतनाली स्टेशन पर 22471-72 दिल्ली-बीकानेर इंटरसिटी के ठहराव की काफी पुरानी मांग है। इस गाड़ी के सतनाली ठहराव को व्यापक यात्रीहित में बीकानेर मंडल द्वारा वाणिज्यीक रूप से औचित्यपूर्ण ठहराया जा चुका है। सांसद द्वारा भी अनेक पत्र लिखे जा चुके है, सतनाली क्षेत्रवासी दो बार सांकेतिक धरना दे चुके है फिर भी ठहराव नहीं दिया जा रहा है।;

Update: 2023-11-23 07:19 GMT

Mahendragarh-Narnaul News :  सतनाली स्टेशन पर बीकानेर इंटरसिटी एवं सैनिक एक्सप्रेस के ठहराव की मांग को लेकर रेल राज्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है। रेल संघर्ष समिति प्रधान दीवान सिंह शेखावत ने बताया कि रेल राज्यमंत्री रावसाहेब पाटिल दानवे को भेजे ज्ञापन में बताया है कि उपतहसील मुख्यालय सतनाली राजस्थान व हरियाणा के 80 सैनिक बाहुल्य गांवों का मुख्य रेलवे स्टेशन है और यहां से प्रतिदिन भारी संख्या में यात्री यात्रा करते हैं। स्टेशन पर उल्लेखनीय यात्री भार के बावजूद उपरोक्त ट्रेनों का ठहराव नहीं दिया गया है और स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का भी अभाव है, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

उन्होंने बताया कि सतनाली स्टेशन पर 22471-72 दिल्ली-बीकानेर इंटरसिटी के ठहराव की काफी पुरानी मांग है। इस गाड़ी के सतनाली ठहराव को व्यापक यात्रीहित में बीकानेर मंडल द्वारा वाणिज्यीक रूप से औचित्यपूर्ण ठहराया जा चुका है। सांसद द्वारा भी अनेक पत्र लिखे जा चुके है, सतनाली क्षेत्रवासी दो बार सांकेतिक धरना दे चुके है फिर भी ठहराव नहीं दिया जा रहा है। जिससे यहां के यात्रियों को प्रतिदिन भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा 19701-02 दिल्ली सरायरोहिल्ला-जयपुर सैनिक एक्सप्रेस का उल्लेखनीय यात्रीभार होने के बावजूद कोरोना काल के बाद महज सतनाली से ठहराव वापस ले लिया गया है जबकि अनेक स्टेशन जिनका यात्रीभार सतनाली से कम है, पर इस ट्रेन का ठहराव यथावत है।

सतनाली सहित आसपास के गांवों के यात्रियों व सैनिकों के लिए रात को जयपुर एवं खाटू श्याम जाने वाले यात्रियों के लिए यही एकमात्र ट्रेन थी। इस ट्रेन का ठहराव बंद होने से अब स्टेशन पर रात के समय एक साप्ताहिक ट्रेन को छोड़कर एक भी ट्रेन नहीं है। उन्होंने व्यापक यात्रीहित में ट्रेनों के ठहराव की मांग को अतिशीघ्र पूरा करने की मांग की, ताकि रेलवे को स्टेशन से अतिरिक्त राजस्व की प्राप्तf हो और यात्रियों को भी बेहतर रेल यातायात का लाभ मिल सकें।

ये भी पढ़ें- Farmers News : अब यूरिया खाद के संकट से जूझ रहे किसान, पहले डीएपी खाद का बना रहा था टोटा 

Tags:    

Similar News