विधायक दुड़ाराम को जिला परिषद चुनाव में उलझाकर मेडिकल कॉलेज टोहाना ले उड़े देवेन्द्र बबली
इससे पूर्व फतेहाबाद में मेडिकल कॉलेज स्वीकृत हुआ था लेकिन ओवर बजट बताकर सरकार ने इस प्रोजेक्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया था। आज सीएम की घोषणा के बाद फतेहाबाद के लोग अपने विधायक की कार्यप्रणाली से नाखुश नजर आए।;
सुरेन्द्र असीजा/फतेहाबाद। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (CM Manohar Lal Khattar) द्वारा सोमवार को टोहाना के रसूलपुर में मेडिकल कॉलेज बनाने की घोषणा के साथ ही फतेहाबादवासियों में निराशा की लहर दौड़ गई। फतेहाबाद के विधायक दुड़ाराम अब तक जिला परिषद व ब्लाक समिति के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष चुनावों में जीत का दम भर रहे थे वहीं पंचायत मंत्री देवेन्द्र बबली ने राजनीतिक दांव-पेंच खेलकर मेडिकल कॉलेज अपने हलके में खोलने की घोषणा करवा दी। बता दें कि इससे पूर्व फतेहाबाद में मेडिकल कॉलेज स्वीकृत हुआ था लेकिन ओवर बजट बताकर सरकार ने इस प्रोजेक्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया था। आज सीएम की घोषणा के बाद फतेहाबाद के लोग अपने विधायक की कार्यप्रणाली से नाखुश नजर आए।
मई 2022 में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने मेडिकल कॉलेज के लिए फतेहाबाद के सेक्टर 5 में 50 एकड़ भूमि अलॉट की थी। यह भूमि हरियाणा के मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च विभाग को अलॉट कर बकायदा इसका अलॉटमेंट लेटर भी जारी कर दिया है। यह मेडिकल कॉलेज हिसार रोड पर सेक्टर 5 में बनना था। एचएसवीपी ने इसके लिए मेडिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट से 283 करोड़ 28 लाख रुपये की राशि की डिमांड की थी। इस मेडिकल कॉलेज के लिए फतेहाबाद के हिसार रोड पर नए बस स्टैण्ड व गुरूकुल के बीच 50 एकड़ भूमि पर मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए जगह चिन्हित की गई थी। एचएसवीपी ने इस जमीन के लिए 14 हजार रुपये प्रति मीटर की दर से भुगतान करने को कहा था, जिसकी राशि 283 करोड़ 28 लाख रुपये बनती थी। बाद में सरकार ने लेटर जारी कर भूमि की राशि को ज्यादा बताकर मेडिकल कॉलेज को रद्द कर दिया। तभी से टोहाना के विधायक व पंचायत मंत्री देवेन्द्र बबली मेडिकल कॉलेज को टोहाना शिफ्ट करवाने के प्रयासों में लगे थे। सीएम द्वारा सोमवार को टोहाना में आयोजित रैली में मेडिकल कालेज को टोहाना में बनाने की घोषणा से फतेहाबादवासियों को घोर निराशा हुई। इसके लिए लोग विधायक दुड़ाराम को कोसते दिखे।
गौरतलब है कि विधायक दुड़ाराम ने फतेहाबाद नगरपरिषद चुनाव में यह खूब दावे किए थे कि वे फतेहाबाद में ही मेडिकल कॉलेज बनवाकर रहेंगे। अब राजनीतिक प्रतिद्वंदी इस मामले को लेकर उन्हें घेरने की तैयारी में है।
मालूम हो कि पिछले दिनों जिला परिषद चेयरमैन व वाइस चेयरमैन चुनाव में फतेहाबाद के विधायक दुड़ाराम व टोहाना के विधायक मंत्री देवेन्द्र बबली आमने-सामने थे। दोनों नेताओं ने इसे अपनी प्रतिष्ठा का सवाल बनाया हुआ था। फतेहाबाद के विधायक ने बबली को राजनीतिक पटकनी देते हुए जजपा के प्रदेशाध्यक्ष सहित पूरी जिला टीम को अपनी कोठी पर जमा कर लिया था। इन्हीं कारणों से विधायक दुड़ाराम चेयरमैन पद पर अपने समर्थक को बिठाने में सफल रहे जबकि इसी राजनीतिक गेम में पंचायत मंत्री देवेन्द्र बबली सबसे अलग-थलग नजर आए। अब मेडिकल कॉलेज फतेहाबाद से छीनकर अपने टोहाना हलके में करवाने की घोषणा कर न केवल उन्हें जिप चुनावों का बदला लिया वहीं यह भी साबित कर दिया कि वह राजनीति में भी चाणक्य है।
पूर्व विधायक ने दुड़ाराम को बताया कमजोर प्रतिनिधि
पूर्व विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया के फतेहाबाद के विधायक को कमजोर प्रतिनिधि बताते हुए कहा कि पहले फतेहाबाद में मेडिकल कॉलेज मंजूर किया गया था। अब टोहाना में कॉलेज की घोषणा कर सरकार ने भेदभाव किया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए फतेहाबाद के विधायक दुड़ाराम ने कोई कोशिश नहीं की। अगर विधायक सरकार पर थोड़ा-सा दबाव बनाते तो यह मेडिकल कॉलेज फतेहाबाद आ सकता था।