सियासी रण में देवीलाल की चौथी पीढ़ी आमने-सामने : जिप चुनाव में अभय चौटाला के बेटे की टक्कर में रणजीत चौटाला का बेटा
गगनदीप व कर्ण चौटाला रिश्ते में चाचा-भतीजा हैं। गगनदीप सिंह पहली बार सियासी मैदान में उतरे हैं तो कर्ण चौटाला इससे पहले भी जिला पार्षद रह चुके हैं। इससे पहले भी चौ. देवीलाल के पारिवारिक सदस्य राजनीतिक मैदान में कई बार आमने-सामने हुए हैं।;
हरिभूमि न्यूज : सिरसा
देश की राजनीति के शिखर तक पहुंचने वाले पूर्व उपप्रधानमंत्री चौ. देवीलाल का परिवार सियासी मैदान में एक बार फिर आमने-सामने आ गया है। इस बार सिरसा में जिला परिषद के जोन नंबर 6 से बिजली मंत्री रणजीत सिंह के पुत्र गगनदीप सिंह भाजपा समर्थित उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरे हैं, वहीं विधायक अभय चौटाला के बड़े बेटे कर्ण चौटाला भी इसी जोन से ताल ठोक चुके हैं। गगनदीप व कर्ण चौटाला रिश्ते में चाचा-भतीजा हैं। गगनदीप सिंह पहली बार सियासी मैदान में उतरे हैं तो कर्ण चौटाला इससे पहले भी जिला पार्षद रह चुके हैं। इससे पहले भी चौ. देवीलाल के पारिवारिक सदस्य राजनीतिक मैदान में कई बार आमने-सामने हुए हैं।
चौ. देवीलाल घराने की दूसरी, तीसरी व अबकी बार चौथी पीढ़ी भी सियासी मैदान में आमने-सामने एक-दूसरे को ललकार रहे हैं। 2000 के विधानसभा चुनाव में रोड़ी विधानसभा क्षेत्र से चौ. देवीलाल के बड़े बेटे ओमप्रकाश चौटाला व रणजीत सिंह एक-दूसरे के सामने चुनाव लड़े थे, जिसमें ओमप्रकाश चौटाला चुनाव जीतकर मुख्यमंत्री बने। इसके अलावा 1996 में चौ. देवीलाल के ही पोतों अभय चौटाला और रवि चौटाला भी जिला परिषद के चुनाव में आमने-सामने लड़ चुके हैं। यही नहीं 2016 में हुए जिला परिषद के चुनाव में चौ. देवीलाल के ही पौत्र आदित्य चौटाला ने रिश्ते में भाभी कांता चौटाला को हराया था। कांता चौटाला विधायक अभय चौटाला की पत्नी हैं। अब एक बार फिर जिला परिषद के जोन नंबर 6 से चौ. देवीलाल परिवार आमने-सामने आ डटा है, जिससे मुकाबला रोचक होने की उम्मीद है।