Haryana Day : हरियाणा दिवस पर विदेशों में धूम, ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों में हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम
प्रदेश का स्थापना दिवस हो और हरियाणवी गीतों की गूंज विदेशों मे न सुनाई दे ये सम्भव नहीं। रक्तदान शिविर के अतिरिक्त एएचए द्वारा एडिलेड में आयोजित कार्यक्रम में एक से बढ़कर एक लोक-नाच प्रस्तुतियां देखने को मिली।;
हरियाणा प्रदेश के स्थापना दिवस के अवसर पर अमेरिका, यूएई, फ्रांस, भारत, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, सहित अनेकों देशों कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। वहीं एसोसिएशन ऑफ हरियाणवीज इन ऑस्ट्रेलिया (एएचए) द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ-साथ रक्तदान महादान को चरितार्थ करते हुए चौथा राष्ट्रीय रक्तदान शिविर लगाया गया। जहां एक तरफ एडिलेड शहर में लोक-नाच गानों से भरपूर सांस्कृतिक प्रोग्राम हुआ वहीं एडिलेड के साथ-साथ मेलबर्न, सिडनी, और ब्रिसबेन शहरों में रक्तदान शिविर लगाया गया। इस रक्तदान मुहिम के राष्ट्रीय संयोजक सतीश खत्री ने बताया कि इस पर्व पर सिडनी, मेलबर्न और एडिलेड शहर से अनेकों लोगों ने सहर्ष रक्तदान किया। ऑस्ट्रेलिया में कोंसल जनरल ऑफ इंडिया (सिडनी) मनीष गुप्ता ने भी इस नेक कार्य के लिए एसोसिएशन को बधाई दी एवं रक्तदानियों का उत्सावर्धन किया।
प्रदेश का स्थापना दिवस हो और हरियाणवी गीतों की गूंज न सुनाई दे ये सम्भव नहीं। रक्तदान शिविर के अतिरिक्त ए॰एच॰ए॰ द्वारा एडिलेड में आयोजित कार्यक्रम में एक से बढ़कर एक लोक-नाच प्रस्तुतियां देखने को मिली। प्रेमलता, दिया, गीता, स्नेह, शीला, जिया, पूजा, प्रांजल, परवीन, आदि कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से सबका मन मोह लिया। एडिलेड में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ साउथ ऑस्ट्रेलिया की मिनिस्टर जिंग ली, शैडो मल्टीकल्चरल मिनिस्टर ज़ो बैट्टिसन एवं मेअर ऐंजेला एवांस द्वारा किया गया। संगठन के साउथ ऑस्ट्रेलिया चैप्टर के अध्यक्ष अशोक कुंडू ने कार्यक्रम में आए सभी लोगों का, स्वयंसेवकों का, एवं प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर सभी रक्तदाताओं को एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम के प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। एएचए के अध्यक्ष सेवा सिंह ने बताया कि हर बार रक्तदान शिविर में नए लोग-बाग जुड़ते हैं जो कि बेहद सराहनीय है। इस वर्ष अब तक 400 के लगभग रक्तदाता, रक्तदान कर चुके हैं जिससे लगभग 1,300 लोगों को जीवनदान मिला है।
ऑस्ट्रेलिया के अंदर पिछले कुछ वर्षों से एसोसिएशन ऑफ हरियाणवीज इन ऑस्ट्रेलिया (ए॰एच॰ए॰), ऑस्ट्रेलिया में बसे हुए हरियाणवी परिवारों को जोड़कर अपनी हरियाणवी संस्कृति, सभ्यता और परंपराओं को जीवित रखने के प्रयासों में लगी हुई है।