लाल डोरे की जमीन पर विवाद : दो पक्षों के तीन लोग जहरीला पदार्थ खाए मिले, दो को किया रेफर

इनमें महेंद्र सिंह व संजय कुमार भांभू को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भूना व अनूप सिंह थापन को नागरिक अस्पताल रतिया इलाज के लिए भर्ती किया गया। परंतु सीएचसी केंद्र भूना मेें महेंद्र सिंह व रतिया से अनूप थापन की हालत बिगड़ने केेेे कारण अग्रोहा मेडिकल कॉलेज कर दिया गया है।;

Update: 2022-02-21 16:12 GMT

भूना ( फतेहाबाद ) गांव नाढोड़ी में लाल डोरे की जमीन को लेकर दो पक्षों के बीच काफी दिनों से विवाद चल रहा था। जिसके चलते संदिग्ध परिस्थितियों में सोमवार की देर शाम को दोनों पक्षों के जहरीला पदार्थ सेवन पीड़ित तीन लोगों को सीएचसी भूना व रतिया के नागरिक अस्पताल में दाखिल किया गया। इनमें महेंद्र सिंह व संजय कुमार भांभू को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भूना व अनूप सिंह थापन को नागरिक अस्पताल रतिया इलाज के लिए भर्ती किया गया। परंतु सीएचसी केंद्र भूना मेें महेंद्र सिंह व रतिया से अनूप थापन की हालत बिगड़ने केेेे कारण अग्रोहा मेडिकल कॉलेज कर दिया गया है। घटना को लेकर दोनों ही पक्षों ने एक दूसरे पर जबरन जहर पिलाने का आरोप लगाया है। जहर पीड़ित संजय भांभू ने आरोप लगाया है मनफूल थापन परिवार के बीच गांंव में लाल डोरे की लगभग 4 कनाल जमीन को लेकर पिछले कई दिनों से विवाद चल रहा था।

उन्होंने बताया कि उपरोक्त भूमि उनके बुजुर्गों की पुश्तैनी जमीन है। लेकिन उन्होंने खेत में ढाणी बनाकर रहने लग गए। मगर अब छोटूराम का परिवार उपरोक्त जमीन पर लकड़ी एवं गोबर डालकर अपना दावा हमारी जमीन पर जता रहा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि लाखों रुपए की जमीन को लेकर बिना मतलब का विवाद पैदा कर रहा है। उन्होंने बताया कि जमीनी विवाद को लेकर पुलिस स्टेशन भूना में पिछलेेे दो सप्ताह से विवाद को पंचायती तौर पर निपटाने के लिए बैठक कर रहे थे। संजय भांंभू ने आरोप लगाया है कि सोमवार की देर शाम को हम अपनी जमीन में पहुंचे तो थापन परिवार के लोगों ने उन पर हमला बोल दिया और एक दर्जन से अधिक लोगों ने दोनों भाइयों को दबोचकर जबरन जहर पिला दिया।

उधर छोटू राम थापन ने आरोप लगाया है कि संजय व महेंद्र भांभू ने पक्ष के लोगों ने उनके घर पर हमला कर दिया। अनूप थापन चारों ओर से घेर लिया तो जहर पी गया। जिसके कारण उसकी हालत नाजुक हो गई तो उसे रतिया के अस्पताल में दाखिल किया गया। लेकिन महेंद्र व संजय भांभू ने अपने बचाव के लिए दवाई का ड्रामा किया है। उन्होंने कहा कि उनके घर पर हमला करके उनके भाई को जान से मारने का प्रयास किया है। छोटूराम ने बताया कि 52 वर्षों से वह इस जमीन पर कब्जा धारी हैं। जबकि यह जमीन उनके बुजुर्गों की थी।हालांकि दोनों ही पक्ष एक-दूसरे के खिलाफ जहर पिलाने व मजबूर करने का आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। मामलेे की मामले की जांच शुरू कर दी है।

ऐसे छिड़ा विवाद

हरियाणा सरकार ने लाल डोरे की जमीन को लेकर रजिस्ट्री किए जाने को लेकर भांभू व थापन परिवार के बीच विवाद खड़ा हुआ है। क्योंकि मौके पर मनफूल थापन के बेटे छोटू राम व विनोद तथा अनूप कुमार ने विवादित जमीन पर लकड़ियां एवं गोबर उपले रखे हुए है और अपनी जमीन बताकर कब्जा धारी हैं। जबकि भांभू परिवार अपनी पुश्तैनी जमीन का रोना रो रहा है। हालांकि नाढोड़ी में लाल डोर की जमीन के पंजीकरण को लेकर अभी मैप तैयार नहीं हुआ है। मैप तैयार होने से पहले ग्राम सभा की बैठक होगी और विवादित एवं खाली प्लाटों को लेकर विचार विमर्श के बाद ही असली मालिकों को रजिस्ट्री का अधिकार दिया जाएगा। मगर अभी तक पंचायत विभाग की तरफ से नाढोड़ी में लाल डोरे की पंजीकरण प्रक्रिया अधर में लटकी हुई है।

क्या कहते हैं थानाध्यक्ष

थाना अध्यक्ष कुलदीप सिंह ने बताया कि नाढोड़ी में तीन लोगों द्वारा जहरीला पदार्थ पीने की सूचना मिली है। मामले को लेकर बयान दर्ज किए जाएंगे। लेकिन जांच प्रक्रिया में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी

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