Doctors Strike : हरियाणा के सरकारी अस्पतालों में कल से हड़ताल पर डॉक्टर, जानिए कौन सी सेवाएं रहेंगी बंद

हालांकि इस दौरान पोस्टमार्टम सहित अन्य इमरजेंसी सेवाओं को सुचारू रखा जाएगा। चिकित्सकों ने आमजन से भी इस आंदोलन में सहयोग मांगा है। इसे लेकर अस्पतालों में पोस्टर चस्पा कर दिए गए हैं और आमजन से हड़ताल में सरकारी चिकित्सकों का सहयोग देने की अपील तक की गई है।;

Update: 2022-01-10 13:36 GMT

हरियाणा के सभी नागरिक अस्पतालों में उपचार के लिए आने वाले हजारों लोगों को मंगलवार से परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। हरियाण सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन के आह्वान पर सरकारी चिकित्सक मंगलवार को हड़ताल पर रहेंगे और जनरल ओपीडी भी नहीं करेंगे। हालांकि इस दौरान पोस्टमार्टम सहित अन्य इमरजेंसी सेवाओं को सुचारू रखा जाएगा। चिकित्सकों ने आमजन से भी इस आंदोलन में सहयोग मांगा है। इसे लेकर अस्पतालों में पोस्टर चस्पा कर दिए गए हैं और आमजन से हड़ताल में सरकारी चिकित्सकों का सहयोग देने की अपील तक की गई है।

चिकित्सक अपनी तीन मांगों को लेकर ओपीडी बंद रखेंगे। वहीं मांगे पूरी न होने पर आगामी 14 जनवरी को हड़ताल पर चले जाने की चेतावनी चिकित्सकों द्वारा दी गई है। चिकित्सकों की मांग है कि राज्य में स्पेशलिस्ट कैडर, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों (एसएमओ) की सीधी भर्ती पर रोक लगाई जाए तथा पीजी पालिसी बंद की जाए। चिकित्सकों ने बताया कि सरकार ने स्वास्थ्य विभाग ने एसएमओ की सीधी भर्ती की है। जिसका चिकित्सक विरोध करते हैं और सभी चिकित्सकों में सरकार खिलाफ रोष है। उन्होंने बताया कि इस भर्ती प्रक्रिया को चिकित्सकों ने 2015 में विरोध किया था और सरकार ने भर्ती को रोकने का आश्वासन दिया था। लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है और चिकित्सकों की पदोन्नति भी रुकी हुई है। उनकी मांगेे पूरी नहीं हुई है जिसके विरोध में वे हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन आह्वान पर मंगलवार 11 जनवरी को ओपीडी बंद रखेंगे। अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो आगामी 14 जनवरी को हड़ताल चले जाएंगे। सरकारी अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं बंद करने के चलते मरीजों को उपचार के लिए भटकना पड़ेगा। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों ने अस्प्ताल में ओपीडी सेवाएं जारी रखने की बात कही है।

आपातकालीन सेवाएं रहेंगी चालू

चिकित्सकों ने बताया कि ओपीडी सेवाएं सीएचसी से लेकर पीएचसी तक बंद रहेगी। सरकारी अस्पतालों में चिकित्सक आपातकालीन सेवाएं जारी रखेंगे। सरकार की तरफ से उनकी मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया तो आगामी 14 जनवरी से हर स्वास्थ्य सेवाओं को चिकित्सक की तरफ से बंद कर दिया जायेगा। जिसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी।

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