कूनो नेशनल पार्क के चीतों की रक्षा करेंगे हरियाणा के डॉग्स, दी जा रही खास ट्रेनिंग
चीतों की सुरक्षा के लिए जहां एक विशेष टीम का गठन किया गया है वहीं हरियाणा में तैयार की जा रही स्पेशल डॉग स्कावायड को भी कून्नो नेशनल पार्क में चीतों की सुरक्षा के लिए तैनात किया जाएगा।;
कूनो नेशनल पार्क में नीमिबीया से लाए गए चीतें अब खुश हैं। केंद्र सरकार उम्मीद कर रही है कि आने वाले समय में चीतों की आबादी बढेगी और देश में चीतों की एक बार फिर से चीतों की बहार देश में आएगी। चीतों की सुरक्षा के लिए जहां एक विशेष टीम का गठन किया गया है वहीं हरियाणा में तैयार की जा रही स्पेशल डॉग स्कावायड को भी कून्नो नेशनल पार्क में चीतों की सुरक्षा के लिए तैनात किया जाएगा।
पंचकूला के आईटीबीपी में वाइल्डलाइफ क्राइम रोकने के लिए तैयार की जा रही वाइल्डलाइफ डॉग स्क्वायड के डॉग्स को ट्रेनिंग दी जा रही है। इनमें छह जर्मन शेफर्ड के साथ इन्हें कमांड देने वाले आईटीबीपी के 12 होल्डर्स को भी तैयार किया जा रहा है।7 महीने की ट्रेनिंग पूरी होने के बाद इन डॉक्स को कून्नो नेशनल पार्क सहित देश के अन्य वन्य पार्कों में तैनात किया जाएगा।
भारत में नेवले के बाल, सांप की खाल ,गैंडे के सींग ,बाघ और तेंदुए के हिस्से, हाथी के दांत, शहतूत छाल, पैंगोलिन के स्केल्स की तस्करी होती है वाइल्डलाइफ लॉ एनफोर्समेंट एजेंसी इस खतरे को कंट्रोल करने में लगी हुई है। ट्रेनिंग का मकसद डॉग्स को जंगली जानवरों के बॉडी पार्ट्स को सुघने और ट्रैकिंग स्किल में महारत हासिल करवाना है डॉग्स को आबादी और फॉरेस्ट एरिया में कई तरह की रियल लाइफ क्वेश्चन में सर्च करना भी सिखाया जाएगा। 6 से 9 महीने तक जर्मन शेफर्ड ट्रेनिंग में शामिल है।