10वीं व 12वीं के परीक्षा परिणाम को लेकर अभिभावकों में बन रहा संशय

अबकी बार न तो परीक्षा हुई और न ही अब तक परिणाम घोषित किया गया है। ऐसे में अभिभावक बच्चों की पढ़ाई बर्बाद होने के साथ-साथ अब परिणाम को लेकर चिंतित दिखाई दे रहे हैं।;

Update: 2021-06-09 05:20 GMT

हरिभूमि न्यूज : नारनौल

कोरोना महामारी के कारण अबकी बार बच्चों की पढ़ाई लगभग पूरी तरह चौपट होने से अभिभावक उनके भविष्य को लेकर चिंतित तो हैं ही। अबकी बार बोर्ड की 10वीं एवं 12वीं की परीक्षाएं भी नहीं हुई हैं। ऐसे में अभिभावकों ही नहीं, स्कूलों शिक्षकों एवं प्राचार्यों के लिए भी बोर्ड परीक्षा परिणाम चिंता विषय बना हुआ है। दसवीं की तुलना में 12वीं की परीक्षा को लेकर यह संशय ज्यादा बना हुआ है। कमाल की बात यह भी है कि शिक्षा विभाग से हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी ने 12वीं का परिणाम तैयार करने के लिए अब तक विद्यार्थियों संबंधित कोई विवरण भी नहीं मांगा है।

उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर के खतरनाक हो जाने के कारण हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी द्वारा बोर्ड कक्षाओं दसवीं एवं बारहवीं की वार्षिक परीक्षाओं का आयोजन नहीं किया गया था। बाद में भिवानी बोर्ड ने सीबीएसई दिल्ली बोर्ड पैर्टन का अनुसरण करते हुए इन दोनों ही कक्षाओं की परीक्षाओं को रद्द कर दिया तथा विद्यार्थियों का मूल्यांकन करने के आधार पर परीक्षा परिणाम घोषित करने का निर्णय लिया गया, लेकिन अब 8 जून आ चुका है। पूर्व में मार्च में परीक्षाएं लेने उपरांत अब तक दोनों ही कक्षाओं का परिणाम घोषित किया जा चुका होता है, लेकिन अबकी बार न तो परीक्षा हुई और न ही अब तक परिणाम घोषित किया गया है। ऐसे में अभिभावक बच्चों की पढ़ाई बर्बाद होने के साथ-साथ अब परिणाम को लेकर चिंतित दिखाई दे रहे हैं।

महाराणा प्रताप नगर निवासी अभिभावक दीपक सिंघल का कहना है कि मेरा बेटा 12वीं कक्षा का छात्र है, लेकिन अब तक उसका परीक्षा परिणाम घोषित नहीं किया गया है। इस कोरोना महामारी ने बच्चों की पढ़ाई को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। अब बिना एग्जाम के ही रिजल्ट घोषित करने की बात चल रही है। ऐसे में बच्चों की मेरिट को लेकर संशय बना हुआ है। पता नहीं, किस आधार पर रिजल्ट बनाया जाएगा और क्या मेरिट रहेगी।

मोहल्ला चौधरियान स्थित भिवानी बोर्ड से जुड़ी हरियाणा पब्लिक स्कूल के चेयरमैन हितेंद्र शर्मा ने बताया कि भिवानी बोर्ड की ओर से रिजल्ट तैयार करने संबंधित विद्यार्थियों की कोई जानकारी स्कूल से अब तक नहीं मांगी गई है। ऐसे में पता नहीं, ये कैसे रिजल्ट बनाएंगे। यह तो सीबीएसई दिल्ली बोर्ड के पिछलग्गू बने हुए हैं। वह जो घोषणा करते हैं, उसी का यह अनुसरण करने लगते हैं।

राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नारनौल के प्राचार्य निहाल सिंह यादव ने बताया कि शिक्षा निदेशालय की गाइडलाइन के अनुसार 10वीं के विद्यार्थियों को अगली कक्षा में अपग्रेड किया जा रहा है। मूल्यांकन प्रेक्टिकल एवं एसेसमेंट के नंबरों के आधार पर किया जाएगा। कुल 100 अंकों के पेपर में 20 अंक अध्यापक द्वारा विद्यार्थी की एसेसमेंट करके नंबर दिए जाते हैं। प्रेक्टिकल और एसेसमेंट के नंबर मिलाकर ही विद्यार्थियों की मार्किंग प्रतिशतता तैयार की जा रही है।

जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी बिजेंद्र श्योराण ने बताया कि अभी बोर्ड की तरफ से कोई दिशा-निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं। मगर परीक्षा परिणाम विद्यार्थियों की एसेसमेंट परफोरमेंस के आधार पर ही तैयार किए जाएंगे। दूसरा कोई विकल्प बचा भी नहीं है। परिणाम कब निकाला जाएगा, इस बाबत निर्णय भिवानी बोर्ड द्वारा ही किया जाएगा।

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