पीजीआईएमएस रोहतक : डॉ. कुलदीप सिंह लालर को मिली डीन की जिम्मेदारी
जनसंपर्क विभाग के इंचार्ज डॉ वरुण अरोड़ा ने बताया कि कुरुक्षेत्र जिले के बुड्ढा गांव के एक किसान परिवार में जन्मे डॉ कुलदीप सिंह लालर ने यह मुकाम अपनी मेहनत और लगन से हासिल किया है।;
पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज रोहतक (PGIMS) के डीन पद की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी कुलपति डॉ अनीता सक्सेना ने कार्डियोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ कुलदीप सिंह लालर को सौंपी है। डॉ लालर ने मंगलवार को डीन पीजीआईएमएस के पद पर ज्वाइन कर लिया।
जनसंपर्क विभाग के इंचार्ज डॉ वरुण अरोड़ा ने बताया कि कुरुक्षेत्र जिले के बुड्ढा गांव के एक किसान परिवार में जन्मे डॉ कुलदीप सिंह लालर ने यह मुकाम अपनी मेहनत और लगन से हासिल किया है। डॉ लालर ने वर्ष 1981 में मेडिकल कॉलेज रोहतक में दाखिला लिया और 1986 में एमबीबीएस पास की, जिसके बाद उन्होंने बरोदा के सरकारी मेडिकल कॉलेज से एमडी की और फिर एएफएमसी पुणे से डीएम कार्डियोलॉजी की डिग्री हासिल की। पीजीआईएमएस रोहतक के प्रति दिल में एक अलग ही लगाव जुड़े होने के चलते वर्ष 1999 में डॉ लालर ने लेक्चरार के पद पर ज्वाइन किया और 10 साल से अधूरे पड़े कार्डियोलॉजी विभाग में एक नई जान फूंक कर उसे प्रारंभ कर प्रदेश की जनता को समर्पित किया।
डॉ कुलदीप सिंह लालर बताया कि वर्ष 2003 में संस्थान में पहली कार्डियक कैथ लैब शुरू की गई और हरियाणा सरकार के सहयोग से धीरे-धीरे सुविधाओं में विस्तार किया गया । उन्होंने कहा कि वे 2007 में सीनियर प्रोफेसर बने और 2018 तक उन्होंने अकेले ही विभाग की जिम्मेदारी संभाली। वर्ष 2020 में डीएनबी कार्डियोलॉजी शुरू हुई और कुलपति डॉ अनीता सक्सेना के संस्थान में आने पर वर्ष 2022 में डीएम कार्डियोलॉजी की भी शुरुआत हो गई। उन्होंने बताया कि उनके करीब 40 राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पब्लिकेशन हैं।
डॉ कुलदीप सिंह लालर ने कहा कि कुलपति डॉ अनीता सक्सेना, कुलसचिव डॉ एचके अग्रवाल व निदेशक डॉ एसएस लोहचब ने उन्हें जो यह डीन पद की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है वे उस पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश रहेगी कि वे अपने कर्तव्य को पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निभाएं और छात्रों के हित में अधिक से अधिक कार्य करें। निदेशक डॉ एसएस लोहचब ने डॉ कुलदीप सिंह लालर को गुलदस्ता भेंट कर बधाई देते हुए कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि डॉ लालर संस्थान को ऊंचाइयों तक ले जाने में उन्हें पूरा सहयोग देंगे।