Eid Ul Fitr 2021 : हरियाणा में लॉकडाउन के चलते घरों में रहकर धूमधाम से मनाया ईद का पर्व
शुक्रवार सुबह होते ही मुस्लिम समाज के लोगों ने नए-नए वस्त्र पहनकर अपने घरों में अपने परिजनों के साथ नमाज अदा की। इस दौरान बच्चे, युवा व बुजुर्गों ने नमाज अदा करते समय सोशल डिस्टेंसिंग की पालना की। नमाज अदा करने के बाद परिवार के सदस्यों ने एक दूसरे को ईद पर्व की बधाई दी।;
Haribhoomi News : हरियाणा में लॉकडाउन के चलते और कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए इस बार भी मुस्लिम समुदाय के लोगों ने घरों में रहकर शुक्रवार को ईद-उल-फितर का त्योहार धूमधाम से मनाया। इतिहास में लगातार दूसरी बार ऐसा हुआ है कि मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मस्जिदों व ईदगाहों में ना जाकर अपने घरों में ही परिजनों के साथ नमाज अदा की और एक दूसरे को पर्व की बधाई दी। मौके पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने देश के लोगों को कोरोना वायरस के निजात दिलाने के लिए दुआ की।
शुक्रवार सुबह होते ही मुस्लिम समाज के लोगों ने नए-नए वस्त्र पहनकर अपने घरों में अपने परिजनों के साथ नमाज अदा की। इस दौरान बच्चे, युवा व बुजुर्गों ने नमाज अदा करते समय सोशल डिस्टेंसिंग की पालना की। नमाज अदा करने के बाद परिवार के सदस्यों ने एक दूसरे को ईद पर्व की बधाई दी। वहीं, उनके दोस्तों, परिचितों व रिश्तेदारों ने मोबाइल फोन पर एक दूसरे को ईद-उल-फितर की बधाई दी।
यमुनानगर में मुस्लिम समुदाय के 70 वर्षीय मोहम्मद हासिम, मोहम्मद इकराम व मोहम्मद असरफ आदि ने बताया कि वह अपनी आयु के अंतिम छोर पर हैं। उन्होंने अपने जीवन में ईद पर्व के मौके पर मस्जिदों व ईदगाहों में ही जाकर ईद की नमाज अदा की है। मगर पिछले दो वर्ष से लगातार कोराना वायरस की वजह से उन्हें अपने घरों में रहकर ही ईद-उल-फितर का पर्व मनाना पड़ रहा है। इस बार भी उन्होंने व मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अपने घरों में रहकर ही परिजनों के साथ नमाज अदा कर ईद पर्व मनाया। उन्होंने कहा कि ईद पर्व खुशियों का पर्व है। इस पर्व पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कोरोना के संकट से देश और लोगों को बचाने के लिए दुआ की है। उन्हें उम्मीद है कि इस बार भी जल्द ही हम सब इस कोरोना जैसी महामारी के संकट पर विजय प्राप्त करके जीवन में खुशियां प्राप्त कर सकेंगे।