आपातकाल के 47 वर्ष पूरे : 19 महीने अम्बाला जेल में रहे थे रामदत्त शर्मा, पढ़ें इनके संघर्ष की कहानी
आपातकाल के दौरान अध्यापक समाज से 4 अध्यापक रामदत्त शर्मा ( R.D Sharma) फतेहपुर (कैथल ) से सोहन लाल भिवानी से , चंद्र प्रकाश फरीदाबाद से , व रेशमी चंद्र जेल में रहे। रामदत्त शर्मा शिक्षक के साथ- साथ संघर्षशील नेता थे।;
25 जून को आपातकाल के 47 वर्ष पूरे हो गए । इस दौरान कैथल जिले के काफी लोगों को जेल में डाला गया था । वर्ष 2016 में भाजपा सरकार द्वारा मनाए गए शुभ्र ज्योत्सना योजना के तहत जेल जाने वालों के परिजनों को ताम्र पत्र दिये गए। नवम्बर 2017 से 10 हजार पेंशन भी दी जा रही है। इस दौरान जिले के 35 लोगों की पहचान हुई जो आपातकाल में जेल गए थे । इनमें कोई दो तो कोई चार माह जेल में रहा । सबसे ज्यादा समय फतेहपुर गांव के रामदत्त शर्मा 19 महीने तक अम्बाला जेल में रहे । बता दें कि देश की पहली प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक 21 महीने की अवधि में भारत में आपातकाल घोषित था।
तत्कालीन राष्ट्रपति फकरुद्दीन अली अहमद ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कहने पर भारतीय संविधान की धारा 352 के अधीन आपातकाल की घोषणा कर दी । आपातकाल के दौरान अध्यापक समाज से 4 अध्यापक रामदत्त शर्मा (R.D Sharma) फतेहपुर (कैथल ) से सोहन लाल भिवानी से, चंद्र प्रकाश फरीदाबाद से, व रेशमी चंद्र जेल में रहे। रामदत्त शर्मा शिक्षक के साथ साथ संघर्षशील नेता थे। परिणामस्वरूप वर्ष 1955 में पंजाब बोर्ड यूनियन सह सचिव और 1969 से 1971, 1971 से 1973 ,1973 से 1977 तक लगातार तीन बार हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के महासचिव रहे। वर्ष 1973 के शिक्षक आंदोलन में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। इससे प्रभावित शिक्षक वर्ग ने इन्हें वर्ष 1993 में एंबेसडर कार तोहफे में दी थी। इससे पहले वर्ष 1991 में तत्कालीन मुख्यमंत्री भजन लाल ने उनके संघर्ष को देखते हुए हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी के उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी थी।
स्वर्गीय अध्यापक रामदत्त शर्मा का उनके पिता अध्यापक कला चंद के जीवन का बेहद प्रभाव रहा। उनसे प्रेरित होकर ही उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में सेवाएं देने का निर्णय लिया। उनके परिवार में आज पत्नी मुन्नी देवी , पुत्र विजय शर्मा और तीन पुत्री, कांता रानी, उषा रानी , आशा रानी है। आशा रानी मुख्यमंत्री मनोहर लाल जी के गोद लिए गांव क्योड़क में विवाहित है और इनके पति (सुरेश शर्मा ) भी अध्यापक है व वर्तमान में राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय क्योड़क में हिंदी के प्राध्यापक के पद पर कार्यरत है।