स्वास्थ्य विभाग का हाल : सोनीपत नागरिक अस्पताल में रेबीज का इंजेक्शन खत्म, प्रबंधन की तरफ से गेट पर चस्पाए गए पोस्टर, मरीज परेशान

रेबीज इंजेक्शन खत्म होने से हर रोज करीब 70 मरीजों को बिना इंजेक्शन के वापस लौटने पर मजबूर होना पड़ रहा हैं। मरीजों को मजबूरी में महिला मेडिकल कॉलेज अस्पताल खानपुर व राजधानी दिल्ली के अस्पतालों में जाने पर मजबूर होना पड़ रहा हैं।;

Update: 2022-06-05 08:45 GMT

हरिभूमि न्यूज. सोनीपत

नागरिक अस्पताल में एक सप्ताह से इंजेक्शन की कमी दिखाई दे रही थी। शुक्रवार को रेबीज का इंजेक्शन खत्म हो गया। प्रबंधन की तरफ से इंजेक्शन रूम के गेट व कमरा नंबर-18 पर्ची कक्ष पर नोटिस चस्पाएं गए हैं। जिसमें अस्पताल में इंजेक्शन न होने की जानकारी दी जा रही हैं। रेबीज इंजेक्शन खत्म होने से हर रोज करीब 70 मरीजों को बिना इंजेक्शन के वापस लौटने पर मजबूर होना पड़ रहा हैं। मरीजों को मजबूरी में महिला मेडिकल कॉलेज अस्पताल खानपुर व राजधानी दिल्ली के अस्पतालों में जाने पर मजबूर होना पड़ रहा हैं। वहीं अस्पताल में सिरिंज तक की कमी बताई जा रही हैं। एक-दूसरे कक्ष से सिरिंज की कमी को पूरा करने का काम किया जा रहा हैं।

बता दें कि नागरिक अस्पताल में हर रोज रेबिज इंजेक्शन के 70 के करीब मरीज पहुंच रहे हैं। जबकि अस्पताल में रेबिज का इंजेक्शन ऊंट के मुंह में जीरे वाली कहावत को साबित करने में लगा हैं। रेबिज का इंजेक्शन खत्म होने पर मरीजों को महीनों-महीनों इंंतजार करने पर मजबूर होना पड़ रहा था। अस्पताल में हर महीने 500 से 600 मरीजों को एंटी वैक्सीन लगाई जाती थी। अस्पताल में एक डोज 100 रुपये में लगाई जाती है। वहीं, बीपीएल कार्ड धारक को यह वैक्सीन मुफ्त में लगती है। जबकि निजी अस्पतालों में एक डोज के 300 से 350 रुपये तक लिए जाते हैं। मरीजों को अपनी जेब ढीली करने पर मजबूर होना पड़ रहा हैं।

हर रोज 70 के करीब मरीज अस्पताल पहुंच रहे, एक सप्ताह पहले दी थी डिमांड

जनवरी माह से लेकर अब तक हजारों की संख्या में मरीजों को रेबिज का इंजेक्शन लगाया जा चुका हैं। उक्त हालत महज नागरिक अस्पताल सोनीपत के हैं, जबकि महिला मेडिकल कॉलेज अस्पताल खानपुर में अलग से मरीज इंजेक्शन लगवाने के लिए पहुंच रहे हैं। नागरिक अस्पताल में शुक्रवार को रेबिज का इंजेक्शन खत्म हो गया। जिसके चलते मरीजों को निजी तौर से इंजेक्शन खरीदकर लगाना पड़ रहा हैं। वहीं महिला मेडिकल कॉलेज खानपुर व दिल्ली जाने पर मजबूर होना पड़ रहा हैं। स्वास्थ्य कर्मचारियों की तरफ से अस्पताल प्रबंधन को एक सप्ताह पहले दो हजार इंजेक्शन की डिमांड दी थी, लेकिन अब तक अस्पताल में इंजेक्शन नहीं पहुंचे हैं।

तीन माह के आकड़े

अस्पताल में रेबीज का इंजेक्शन लगवाने पहुंच रहे मरीजों में ज्यादा संख्या घर में पालतु कुत्तों के काटने के भी शामिल हैं। जिसमें छोटे बच्चे, महिलाएं शामिल हैं। जनवरी 2021 में 416 नए मामले सामने आए, जबकि माह में 1010 लोगों को रेबीज का इंजेक्शन दिया गया। वहीं सात फरवरी को अस्पताल में 91, 14 फरवरी को 116, 25 फरवरी को 122 इंजेक्शन काटे जाने पर घायल मरीजों को लगाएं गए। मार्च माह में हर रोज 70 से ज्यादा, अप्रैल माह में करीब 130 व मई माह में 140 के करीब व अब तक 30 मरीजों के काटे जाने के आकड़े सामने आ चुके हैं।

इंजेक्शन खत्म होने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मिली थी। समय पर डिमांड को उच्च अधिकारियों को भेजा गया हैं। वेयर हाउस में आते ही अस्पताल में इंजेक्शन पहुंच जायेगें। लोकेल परचेज के लिए उच्च अधिकारियों के आदेश में कर ली जायेगी। मरीजों की सुविधा देने के लिए विभाग की तरफ से हर संभव कदम उठाएं जा रहे हैं। डा. गिन्नी लांबा, कार्यकारी प्रधान चिकित्सक अधिकारी नागरिक अस्पताल।

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