फर्जी आई कार्ड मामला : संस्था के निदेशक के कहने पर बनवाई झंडी, किराये पर रहता था निदेशक

पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाया तो पानीपत निवासी सुशील का नाम सामने आया। सुशील एमबीए करने के बाद पीएचडी कर रहा है। फर्जीवाड़ा करने वाला संस्था का निदेशक पानीपत निवासी वेद प्रकाश कुछ समय सुशील के घर किराये पर रहा था।;

Update: 2023-03-07 06:14 GMT

हरिभूमि न्यूज. जींद : सिविल लाइन थाना पुलिस द्वारा पकड़ी गई एंटी करप्शन हयूमन राइट डिप्टी डायरेक्टर गवर्मेट्स ऑफ हरियाणा प्लेट वाली गाड़ी के मामले में पुलिस ने एक ओर आरोपित को गिरफ्तार कर अदालत से एक दिन के रिमांड पर लिया है। पुलिस इस मामले मे अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। गाड़ी के साथ पकडे़ गए तीन आरोपितों की रिमांड अवधि समाप्त होने पर उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

मैनजमेंट पीएचडी कर रहा है झंडी बनवाने का आरोपित

सिविल लाइन थाना पुलिस ने एलआईसी के निकट से एंटी करप्शन हयूमन राइट गवर्मेट्स ऑफ हरियाणा प्लेट तथा झंडी लगी गाड़ी को पकड़ा था। पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाया तो पानीपत निवासी सुशील का नाम सामने आया। सुशील एमबीए करने के बाद पीएचडी कर रहा है। फर्जीवाड़ा करने वाला संस्था का निदेशक पानीपत निवासी वेद प्रकाश कुछ समय सुशील के घर किराये पर रहा था। वेद प्रकाश के कहने पर झंडी को सुशील ने बनवाया था। पुलिस ने सुशील को गिरफ्तार कर एक दिन के रिमांड पर लिया है।

तीन की रिमांड अवधी समाप्त भेजे जेल

पुलिस ने एंटी करप्शन हयूमन राइट गवर्मेट्स ऑफ हरियाणा प्लेट तथा झंडी लगी गाड़ी से बुढाखेड़ा निवासी दिनेश ने गांव खटकड़ निवासी अनिल तथा लवली को गिरफ्तार कर दो दिन के रिमांड पर लिया था। जिसमें संस्था के निदेशक पानीपत निवासी वेद प्रकाश का नाम सामने आया, तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया। वेद प्रकाश ने दिनेश को डिप्टी डायरेक्टर का आई कार्ड 25 हजार रुपये में जारी किया था। पूर्व में पकड़े गए तीनों आरोपितो की रिमांड अवधि समाप्त होने पर उन्हें जेल भेज दिया गया है।

सिविल लाइन थाना के जांच अधिकारी दिनेश कुमार ने बताया कि आई कार्ड तथा झंडी देने वाली संस्था के निदेशक वेद प्रकाश ने सुशील की मार्फत झंडी बनाई थी। सुशील पीएचडी कर रहा है। आरोपित से पूछताछ जारी है। प्रकाश को गिरफ्तार कर अदालत से दो दिन के रिमांड पर लिया है।


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