बिजली निगम की लापरवाही : 11 हजार केवी की लाइन टूटने से किसान की मौत
गांव कालवा निवासी सुखविंद्र (32) वीरवार अल सुबह पैदल अपने खेत की तरफ जा रहा था। गांव खरकगादिया व कालवा के बीच बरसाती पानी खड़ा होने के कारण 11 हजार केवी लाइन सड़क पर गिरी हुई थी। जिसे सुखविंद्र देख नहीं पाया और बिजली की तारों में उलझ गया। करंट लगने से सुखविंद्र की मौके पर ही मौत हो गई।;
हरिभूमि न्यूज. जींद
गांव कालवा व खरकगादियां के बीच टूटी 11 हजार केवी बिजली लाइन के तारों में उलझ कर किसान की मौत हो गई। घटना की सूचना पाकर पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई और मृतक के शव को कब्जे में ले सामान्य अस्पताल पहुंचाया। मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि बिजली निगम की लापरवाही के कारण हादसा हुआ है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
गांव कालवा निवासी सुखविंद्र (32) वीरवार अल सुबह पैदल अपने खेत की तरफ जा रहा था। गांव खरकगादिया व कालवा के बीच बरसाती पानी खड़ा होने के कारण 11 हजार केवी लाइन सड़क पर गिरी हुई थी। जिसे सुखविंद्र देख नहीं पाया और बिजली की तारों में उलझ गया। करंट लगने से सुखविंद्र की मौके पर ही मौत हो गई।
घटना की सूचना मिलते ही काफी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए और घटना पर रोष जताया। बाद में पुलिस मौके पर पहुंची और हालातों का जायजा ले शव को पोस्टमार्टम के लिए सामान्य अस्पताल पहुंचाया। मृतक परिवार का इकलौता चिराग था। वह अपने पीछे एक बेटा, बेटी छोड़ गया है। मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि बिजली निगम की लापरवाही के कारण सुखविंद्र की मौत हुई है। जिसके बारे में बिजली निगम को पहले ही अवगत करवाया जा चुका था। फिलहाल पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।