Farmers protest : टीकरी बॉर्डर पर किसान रसोई का शुभारंभ, चौबीसों घंटे लंगर सेवा चलेगी
विधायक कुंडू ने कहा कि बॉर्डर पर धरनास्थल के साथ यह किसान रसोई तब तक लगातार चलती रहेगी, जब तक सरकार किसानों की सभी मांगें स्वीकार कर तीनों काले कानून वापस नहीं ले लेती। मंच से संबोधित करते हुए बलराज कुंडू ने पंजाब-हरियाणा के भाईचारे की मजबूती का संदेश दिया।;
हरिभूमि न्यूज : बहादुरगढ़
महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने टीकरी बॉर्डर पर चल रहे किसान धरने पर किसान रसोई का शुभारंभ किया। इस किसान रसोई में रोटियां बनाने के लिए आधुनिक मशीन लगाई गई है, जिससे कम समय में ज्यादा रोटियां लगातार बनती रहेंगी और दिन-रात चौबीसों घंटे किसान धरने पर लंगर सेवा चलती रहेगी।
विधायक कुंडू ने कहा कि बॉर्डर पर धरनास्थल के साथ यह किसान रसोई तब तक लगातार चलती रहेगी, जब तक सरकार किसानों की सभी मांगें स्वीकार कर तीनों काले कानून वापस नहीं ले लेती। मंच से संबोधित करते हुए बलराज कुंडू ने पंजाब-हरियाणा के भाईचारे की मजबूती का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि एसवाईएल के बहाने सरकार हमें बांटना चाहती है। लेकिन पानी का मसला हमारे घर का मसला है, जिसे हम आगे कभी मिल-बैठकर सुलझा लेंगे। मगर इस समय लड़ाई किसानों के अस्तित्व की है।
वहीं दो-तीन दिन से बढ़ रही सर्दी अब कड़ा रुख अख्तियार कर चुकी है। तापमान 2 डिग्री तक पहुंच गया है। इसके बावजूद हजारों किसान पॉलीथिन के नीचे सड़कों पर रात बिता रहे हैं। सबसे ज्यादा असर किसान आंदोलन में शामिल महिलाओं व बच्चों पर पड़ रहा है। ट्रॉली से लेकर तंबुओं में ठहरे किसानों ने पॉलीथिन और तिरपाल से ही खुद को ढक रखा है। नीचे सड़क पर पुराल बिछाकर उस पर बिस्तर लगा लिया।
कड़ाके की ठंड से भी हौसले के साथ मुकाबला कर रहे हैं किसान
कंबल और रजाई के सहारे वे कड़ाके की ठंड से भी हौसले के साथ मुकाबला कर रहे हैं। सुबह केएमपी एक्सप्रेस-वे सहित अन्य सड़कों पर वाहन रेंगते रहे। हालांकि दिन में धूप निकली लेकिन ठंडी हवाओं के कारण सर्दी कम नहीं हुई। शाम के वक्त लोगों ने अलाव जलाकर सर्दी से बचने का प्रयास किया। बाजारों में लोग गरम कपड़े पहने हुए नजर आए। पहाड़ी में हो रही बर्फबारी से मैदानी इलाकों में भी ठंड बढ़़ गई है। पारे में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले चार-पांच दिन में सर्दी में और ज्यादा इजाफा होने का अनुमान है।