किसान हुए खुश : गेहूं और सरसों की फसल के लिए लाभकारी है बढ़ती ठंड
जितनी ठंड बढ़ेगी, उतना ही गेहूं की फसल में फुटाव आएगा। इससे पैदावार में इजाफा होना तय है। किसान भी निर्धारित समय पर गेहूं की फसल में सिंचाई करे, ताकि फसल की बढ़वार अच्छे से हो सके।;
बहादुरगढ़। कोहरे और शीत हवाओं के बीच ठंड बढ़ती जा रही है। इस बढ़ती ठंड ने बेशक आमजन की कंपकंपी छुटा दी है। लेकिन यह ठंड गेहूं की फसल के लिए फायदेमंद रहेगी। जितनी ठंड बढ़ेगी, उतना ही गेहूं की फसल में फुटाव आएगा। इससे पैदावार में इजाफा होना तय है। किसान भी निर्धारित समय पर गेहूं की फसल में सिंचाई करे, ताकि फसल की बढ़वार अच्छे से हो सके।
दरअसल, मंगलवार को अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। नमी बढ़ने पर कोहरा छाने की संभावना बढ़ना स्वाभाविक है। पहाड़ों में पड़ रही बर्फबारी और मैदानी इलाकों में शीत लहर के कारण लगातार बढ़ रही ठंड से जहां लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं इस मौसम में गेहंू और सरसों की फसल को भरपूर फायदा होना तय है। मौसम विभाग के अनुसार अब दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में हर दिन ठंड बढ़ेगी, उसके साथ ही धुंध भी छाए रहेगी। हालांकि सामान्य से अधिक ठंड पड़ने पर सब्जियों के खराब होने की आशंका भी है। ऐसे में किसानों को सब्जियों की फसल को लेकर थोड़ा ध्यान जरुर रखना पड़ेगा।
इस ठंड से गेहूं के साथ-साथ सरसों को भी फायदा मिलेगा। ठंड बढ़ने से गेहूं में लगने वाली बीमारी पीला रतुआ और तेला का प्रकोप भी कम रहेगा। उन्होंने बताया कि बहादुरगढ़ उपमंडल में करीब 27 हजार हैक्टेयर रकबे में गेहूं और करीब 3 हजार हैक्टेयर में सरसों की फसल बोई गई है। बढ़ती ठंड से गेहूं को फायदा मिलेगा व फुटाव अच्छा रहेगा। - डॉ. सुनील कौशिक, उपमंडल कृषि अधिकारी