फतेहाबाद में किसानों ने किया भाजपा जिला कार्यालय का घेराव
भाजपा सांसद सुनीता दुग्गल (Sunita Duggal) के पहुंचने की सूचना पर जिलेभर से पहुंचे काफी संख्या में किसानों ने भाजपा के भूना रोड स्थित जिला कार्यालय का घेराव कर लिया और भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।;
फतेहाबाद : कृषि कानूनों (Agricultural Laws) को रद न करने की जिद्द पर अड़ी भाजपा सरकार के नेताओं को हर जगह किसानों (Farmers) के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को फतेहाबाद में भी भाजपा सांसद सुनीता दुग्गल के पहुंचने की सूचना पर जिलेभर से पहुंचे काफी संख्या में किसानों ने भाजपा (BJP) के भूना रोड स्थित जिला कार्यालय का घेराव कर लिया और भाजपा सरकार (BJP Government) के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर पहुंचे किसानों ने सांसद सुनीता दुग्गल और फतेहाबाद के विधायक दुड़ाराम के खिलाफ प्रदर्शन किया और भाजपा नेताओं को काले झंडे दिखाए गए। किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए भाजपा कार्यालय के बाहर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी। डीएसपी स्वयं मौके पर मौजूद रहे।
गौरतलब है कि सांसद सुनीता दुग्गल ने शनिवार को रेस्ट हाउस में बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करना था लेकिन भारी संख्या में पहुंचे किसानों के गुस्से को देखते हुए सांसद को अपना प्रोग्राम रद्द करना पड़ा। विधायक भी बैठक से नदारद रहे। इस अवसर पर सभी किसान संगठनों व जन संगठनों ने सांसद और विधायकों के पूर्ण सामाजिक बहिष्कार के संकल्प को दोहराया। किसान नेताओं ने तीनों कृषि कानून वापस लेने और एमएसपी पर कानून बनाने पर अपनी बात रखी और आंदोलन को और तेज करने पर जोर दिया। इसके साथ ही आने वाले 5 अप्रैल को राष्ट्रीय संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर फतेहाबाद में रतिया रोड पर स्थित एफसीआई के दफ्तरों का घेराव किया जाएगा, इसको लेकर भी चर्चा की गई।
इस मौके पर संयुक्त किसान मोर्चा फतेहाबाद के नेता मनफूल सिंह ढाका, योगेंद्र सिंह भूथन, रविंद्र हिजरावां, रविंद्र कसवां, राजेश खिलेरी, संदीप काजला, रामचंद्र करनोली, कल्याण सिंह, बलराज सिंह बीघड़, करमजीत सालमखेड़ा, रामेश्वर भोडियाखेड़ा, मनजीत भड़ोलांवाली, रतिया से मनदीप नथवान, भट्टू तहसील से बृजलाल, विजय जाखड़, संदीप गोरछिया, एडवोकेट राजीव गोदारा, महेंद्र गोदारा, नरदीप ढाणी चाणचक, मनजीत पूर्ण माजरा, मदन बिजरानिया, पवन ढाका बनगांव, चतर सिंह बनगांव के अलावा भूना, टोहाना, जाखल, रतिया से भी बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।