Farmers Protest : किसानों पर मौसम की मार, आंधी में उड़े टेंट, खाने-पीने का सामान भी हुआ खराब
बीते कुछ दिन पहले अचानक आए तूफान में भी किसानों के टेंट उखड़ गए थे, सोमवार देर रात आई तेज आंधी के दौरान किसानों के टेंट-तंबू उखड़ने से भारी नुकसान हुआ।;
हरिभूमि न्यूज. सोनीपत
केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली बॉर्डर पर 187 दिनों से आंदोलनरत किसानों को देर रात आए तूफान के चलते भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। तेज हवाओं के साथ हुई बरसात में कई किसानों के टैंट उखड़ गए, जबकि कई किसानों के टैंटों में पानी घुस गया। दिल्ली की सीमाओं पर बारिश और तूफान के कारण भारी नुकसान हुआ है। सिंघू व टिकरी बॉर्डर पर मुख्य मंच सहित किसानों के बड़ी संख्या में टेंट क्षतिग्रस्त हुए हैं। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसान अभी भी दिल्ली की सीमाओं पर लगातार आ रहे हैं। मंगलवार को सिंघु बॉर्डर पर पंजाब के मालवा क्षेत्र से किसानों के जत्थे पहुंचे। हालांकि किसान इस मौसम में भी मजबूत रहने की कोशिश कर रहे हैं। किसान नेताओं का कहना है कि वे हर परिस्थिति का सामना करते हुए तब तक डटे रहेंगे, जब तक सरकार किसानों की मांगे पूरी नहीं कर देती।
किसानों के टेंट-तंबू उखड़ने से भारी नुकसान हुआ
बहादुरगढ़। शहर के टीकरी बॉर्डर व ऑटो मार्केट में धरना दे रहे किसानों पर एक बार फिर से मौसम की मार पड़ी है। सोमवार देर रात आई तेज आंधी के दौरान किसानों के टेंट-तंबू उखड़ने से भारी नुकसान हुआ। ऑटो मार्केट में भाकियू एकता उग्राहा का मुख्य टेंट धराशाही होने से मंगलवार के सभी कार्यक्रम रद्द करने पड़े। विदित है कि बीते कुछ दिन पहले अचानक आए तूफान में भी किसानों के टेंट उखड़ गए थे। देर रात आई तेज आंधी ने किसानों के पंडाल समेत उनके खाने-पीने और रहने वाले स्थानों को काफी नुकसान पहुंचाया। दिनभर किसान व्यावस्था को दोबारा जमाते हुए दिखाई दिए। टीकरी बॉर्डर से लेकर बाईपास पर दर्जनों टेंट और पंडाल उखड़ गए। किसानों ने बताया कि मौसम की बेरुखी ने काफी नुकसान पहुंचाया है।