किसान आंदोलन : SKM ने दिल्ली कूच को लेकर नरमी के संकेत दिए, कल होगी अहम बैठक
सिंघू बॉर्डर स्थित मोर्चों पर शुक्रवार को भारी भीड़ जुटी। संयुक्त किसान मोर्चा का मुख्य कार्यक्रम भी सिंघू बार्डर पर ही हुआ। कार्यक्रम में किसानों ने अलग-अलग तरीके से कृषि कानूनों पर मिली जीत का जश्न मनाया।;
हरिभूमि न्यूज : सोनीपत
दिल्ली बॉर्डर पर किसान आंदोलन ( Farmers Protest ) को एक साल पूरा हो गया। सिंघू बॉर्डर ( Singhu Border) स्थित मोर्चों पर शुक्रवार को भारी भीड़ जुटी। संयुक्त किसान मोर्चा ( Skm ) का मुख्य कार्यक्रम भी सिंघू बार्डर पर ही हुआ। कार्यक्रम में किसानों ने अलग-अलग तरीके से कृषि कानूनों पर मिली जीत का जश्न मनाया। वहीं, किसान मोर्चा ने दिल्ली कूच को लेकर एक बार फिर नरमी के संकेत दिए हैं। बताया गया है कि संयुक्त किसान मोर्चा शनिवार को अहम बैठक होनी है, जिसमें दिल्ली कूच को लेकर निर्णय लिया जाएगा। इस बैठक में किसान जत्थेबंदियों के अलावा किसान नेता राकेश टिकैत भी पहुंचेंगे।
26 नवंबर को किसान आंदोलन ने अपने ऐतिहासिक संघर्ष का एक साल पूरा किया, जिसमें देशभर के कार्यक्रमों में किसानों का हजूम उमड़ा। किसानों के अलावा मजदूरों, युवाओं और आम नागरिकों ने हिस्सा लिया। सिंघू बार्डर पर उमड़ी भीड़ को किसान नेताओं ने संबोधित किया और बताया कि किसानों की अधूरी मांगों के लिए संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने किसान आंदोलन को अब तक सबसे कामयाब, सुव्यवस्थित व शांतिपूर्वक आंदोलन बताया।
दिल्ली मोर्चा के अलावा, राज्यों की राजधानियों और जिला मुख्यालयों पर कार्यक्रम आयोजित किए गए। विभिन्न ट्रेड यूनियन, छात्र और युवा संगठन, महिला संगठन, नागरिक समाज संगठन और अन्य संगठन राष्ट्र के अन्नदाताओं के समर्थन में एक साथ आए। सिंघू, टिकरी, गाजीपुर और शाहजहांपुर मोर्चों पर बड़ी सभाएं आयोजित की गई, जिनमें संयुक्त किसान मोर्चा के प्रमुख नेताओं ने भाग लिया। देश भर के किसानों ने किसान आंदोलन की लंबित मांगों को उठाते हुए तीन किसान विरोधी कानूनों को रद्द करने की प्रधानमंत्री की घोषणा के रूप में अपनी जीत का जश्न मनाया।