अंबाला में किसानों ने अनिल विज को दिखाए काले झंडे, जानें क्यों
किसानों के इस विरोध प्रदर्शन पर गुरु द्वारा पंजोखरा साहिब की प्रबंधन समिति भी किसानों के साथ नजर आई। सोमवार को गुरुपर्व के मौके पर गुरुद्वारा पंजोखरा साहिब में मेला लगा हुआ था। इसी दौरान गृहमंत्री अनिल विज भी यहां पर माथा टेकने आए।;
हरिभूमि न्यूज : अंबाला
गृहमंत्री अनिल विज को अपने ही छावनी विधानसभा हल्के के गांव पंजोखरा में किसानों का भारी विरोध सहना पड़ा। गुरुपर्व के मौके पर गुरुद्वारा पंजोखरा साहिब माथा टेकने पहुंचे अनिल विज को किसानों ने काले झंडे दिखाए व जमकर उनके खिलाफ नारेबाजी की।
किसानों का कहना था कि किसानों पर लाठीचार्ज व आंसूगैस के गोले गृहमंत्री के आदेश पर ही मारे गए। साथ ही अपने हकों के लिए लड़ने वाले किसानों को खालिस्तानी कहकर बदनाम किया जा रहा है। विरोध प्रदर्शन में शामिल बड़ी संख्या में सिख किसानों ने कहा कि वे सिर्फ किसान हैं। उनकी दाड़ी व पगड़ी के कारण उन्हें खालिस्तानी कहकर बदनाम करने वाले किसी भी नेता को वे एतिहासिक गांव पंजोखरा साहिब में नहीं घुसने देंगे।
किसानों के इस विरोध प्रदर्शन पर गुरु द्वारा पंजोखरा साहिब की प्रबंधन समिति भी किसानों के साथ नजर आई। सोमवार को गुरुपर्व के मौके पर गुरुद्वारा पंजोखरा साहिब में मेला लगा हुआ था। इसी दौरान गृहमंत्री अनिल विज भी यहां पर माथा टेकने आए। गृहमंत्री के पहले से घोषित कार्यक्रम का पता चलते ही किसानों ने भी विरोध की रणनीति बनाई हुई थी। इसलिए जैसे ही विज माथा टेकने के बाद बाहर निकले तो किसानों ने नारेबाजी करते हुए उन्हे काले झंडे दिखाए। विरोध प्रदर्शन करने वालों में ज्यादातर पंजोखरा साहिब व आसपास के गांवों के सिख किसान थे।
किसानों का कहना था कि किसान आंदोलन को केवल पंजाब के किसानों का आंदोलन बताना गलत है। उनके यहां से भी सैकड़ों किसान दिल्ली गए हुए हैं। साथ ही आज के विरोध प्रदर्शन में भी सभी स्थानीय किसान शामिल है। किसानों ने कहा कि वे किसी भी पार्टी से संबंधित नहीं है। लेकिन किसान व सिखों को आतंकवादी के तौर पर पेश करने वाले नेताओं को गांव में नहीं घुसने देंगे। उन्होंने कहा कि गृहमंंत्री को यहां आने से पहले शर्म करनी चाहिए थी कि एक तरफ वे सिख किसानों को आतंकी बता रहे हैं उल्टे गुरूपर्व पर बधाई का ढोंग कर रहे हैं। विरोध प्रदर्शन को देखते हुए भारी पुलिस बल गृहमंत्री को गाडियों के काफिले के साथ गुरुद्वारे से निकाल कर ले गए।