किसानों ने बैरिकेट्स को मारे धक्के तो पानी की बौछारें फेंक पुलिस ने संभाले रखा मोर्चा
कुछ किसान उस जगह जा पहुंचे जहां पुलिस (police) ने बैरिकेट्स के साथ मोर्चा संभाला हुआ था और पास जाकर बैरिकेट्स को हटाने का प्रयास करने लगे। जिससे पुलिस भी हरकत में आ गई और किसानों को पहले तो समझाने का प्रयास किया लेकिन बात न बनती देख खुद बैरिकेट्स हटाने वालों से ही जूझने लगे।;
तीन अध्यादेशों के खिलाफ एक बार फिर किसान (Farmer) में आक्रोश नजर आए। मंगलवार शाम जैसे ही समय ढलता रहा तो आक्रोश भी उसी रफ्तार से बढ़ता रहा। शाम साढ़े चार बजे के बाद किसानों की हिम्मत जवाब देनी लगी और वे डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला व बिजली मंत्री रणजीत सिंह के आवास पर पहुंचने के लिए पुलिस से जद्दोजहद करने से भी नहीं चूके।
कुछ किसान उस जगह जा पहुंचे जहां पुलिस ने बैरिकेट्स के साथ मोर्चा (Front) संभाला हुआ था और पास जाकर बैरिकेट्स को हटाने का प्रयास करने लगे। जिससे पुलिस भी हरकत में आ गई और किसानों को पहले तो समझाने का प्रयास किया लेकिन बात न बनती देख खुद बैरिकेट्स हटाने वालों से ही जूझने लगे।
इस प्रकार पुलिस-किसानों के बीच तनातनी इतनी बढ़ गई कि जहां बैरिकेट्स को हटाने की प्रक्रिया तेज हो गई, जिसके बाद पुलिस ने स्थिति को संभालने के लिए पानी की बौछारें फेंकने लगे, जिसे देख किसानों ने कदम पीछे खींच लिए।