गन्ने का रेट बढ़ाने की मांग : सरस्वती शुगर मिल यमुनानगर के गन्ना यार्ड में गरजे किसान, प्रदर्शनकारियों ने सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन
प्रदर्शनकारियों ने गन्ने का मूल्य जल्द घोषित नहीं किए जाने और शुगर मिलों द्वारा गन्ने का भुगतान नहीं किए जाने पर बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी।;
यमुनानगर। भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) के सदस्यों ने गन्ना का मूल्य साढ़े चार सौ रुपये प्रति क्विंटल घोषित किए जाने व शुगर मिलों द्वारा गन्ने का भुगतान शुरु किए जाने की मांग को लेकर सरस्वती शुगर मिल के गन्ना यार्ड में धरना प्रदर्शन किया गया। मौके पर किसानों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम जगाधरी सुशील कुमार को ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शनकारियों ने गन्ने का मूल्य जल्द घोषित नहीं किए जाने और शुगर मिलों द्वारा गन्ने का भुगतान नहीं किए जाने पर बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी।
सोमवार सुबह दस बजे के करीब भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) से जुड़े हजारों किसान यूनियन के जिला प्रधान संजू गुंदियाना के नेतृत्व में सरस्वती शुगर मिल के गन्ना यार्ड में पहुंच गए। इस दौरान किसान धरना पर बैठ गए और प्रदर्शन करने लगे। प्रदर्शनकारियों ने सुबह दस बजे से लेकर दोपहर एक बजे तक मिल के गन्ना यार्ड में जोरदार धरना प्रदर्शन किया और प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इसके बाद किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम मौके पर मौजूद एसडीएम जगाधरी सुशील कुमार को ज्ञापन सौंपा। यूनियन के जिला प्रधान संजू गुंदियाना ने कहा कि जिला समेत प्रदेश की सभी शुगर मिलों में गन्ना पेराई का कार्य पिछले एक महीने से चल रहा है। मगर अभी तक शुगर मिलों द्वारा गन्ने का भुगतान शुरु नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि किसान गन्ने का भुगतान शुरु नहीं होने से आर्थिक संकट से गुजर रहा है। गुंदियाना ने कहा कि किसान आगामी गेहूं की फसल समेत अन्य फसलों की बुआई व उनमें खाद, दवाईयां व अन्य कृषि योग्य पदार्थों को खरीदने में असमर्थ हो रहा है।
उन्होंने प्रश्न किया कि क्या प्रदेश सरकार को इस बात का पता नहीं है कि किसानों के पास अपनी फसलों के अलावा अन्य कोई आमदनी नहीं होती है। वह अपनी पिछली फसल को बेचकर उसके पैसों से अगली फसल की बुआई करते हैं। मगर किसान इस बारे में चुप है। गुंदियाना ने कहा कि आज गन्ने की फसल को तैयार करते समय इतनी लागत आनी शुरू हो गई है कि किसानों की लागत भी पूरी नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि आज शुगर मिलों पर किसानों के गन्ने के करोड़ों रुपये पड़े हैं। जिनका भुगतान शुरू नहीं किया गया है। शुगर मिल किसानों के गन्ने के पैसे का ब्याज खा रहे हैं। उन्होंने सरकार से तुरंत गन्ने का साढ़े चार सौ रुपये प्रति क्विंटल मूल्य घोषित किए जाने और शुगर मिलों से गन्ने का भुगतान तुरंत शुरू करवाए जाने की मांग की। साथ ही उन्होंने कहा कि यदि सरकार नेे उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया तो किसान बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।
एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए किसान।