समाज के लिए प्रेरणा बना फौजी, दहेज में मिला सामान और नकद राशि लौटाकर बोला - आशीर्वाद ही काफी
एक तरफ महेंद्रगढ़ के गांव धनौंदा के सब इंस्पेक्टर सोनू द्वारा दहेज में क्रेटा गाड़ी मांगने का मामला छाया हुआ है, वहीं फतेहाबाद जिले के गांव बैजलपुर निवासी और आर्मी में कांस्टेबल कुलदीप नैन ने केवल एक रुपया लेकर शादी की।;
हरिभूमि न्यूज. भूना ( फतेहाबाद )
महेंद्रगढ़ के गांव धनौंदा के आर्म्ड फोर्स में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात युवक सोनू द्वारा दहेज मांगने का चर्चित कांड सोशल मीडिया पर छाया हुआ है। सोशल मीडिया पर लोग दहेज मांगने वाले युवक की खिंचाई कर रहे हैं। दूसरी ओर फतेहाबाद जिले के गांव बैजलपुर निवासी एवं हरियाणा रोडवेज फतेहाबाद से रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर नंदलाल नैन के छोटे बेटे एवं आर्मी में कांस्टेबल पद पर जालंधर में तैनात 26 वर्षीय कुलदीप नैन ने शादी में कोई दहेज नहीं लिया। विवाह की रस्मों के बाद नारियल एवं एक रुपये को माथे पर लगा कर वधु के पिता के चरण स्पर्श करके कुलदीप नैन ने आशीर्वाद लिया।
उन्होंने मौके पर नोटों की गड्डी व घरेलू सामान बिल्कुल भी लेने से इनकार कर दिया। इसको लेकर वधू पक्ष के लोगों ने दूल्हे व उसके परिजनों को घरेलू सामान देने के लिए दबाव बनाया, मगर दूल्हे कुलदीप नैन ने सात फेरों की रस्म निभाने के बाद अपनी नई नवेली दुल्हन को खुशी सेे नाचते हुए गांव ढाणी भोजराज से अपने निवास बैजलपुर लेकर पहुंचे। गांव ढाणी भोजराज में वधू पक्ष के लोगों ने बिना दहेज के शादी को लेकर दूल्हे एवं उसके परिजन तथा बारातियों की खूूूब तारीफ की। कुलदीप नैन ने घरेलू फर्नीचर व दहेज प्रथा को नकार कर समाज में दहेज लोभियों को करारा जवाब दिया है। इस संबंध में रिटायर्ड इंस्पेक्टर नंदलाल नैन ने बताया कि उन्होंने रिश्ता तय करने से पहले दहेज लेने से इनकार कर दिया था। समाज में रीति-रिवाज के चलते अपनी बेटी को घरेलू फर्नीचर, कीमती सामान देने तथा नगद राशि थाली में रखी गई थी, मगर हमने नारियल एवं एक रुपया लेकर विवाह समारोह की सभी रस्में निभाई है।