कोचिंग शिक्षण संस्थान की जमीन को लेकर जाट धर्मार्थ सभा में छिड़ा घमासान
जींद की चौधरी रणबीर सिंह यूनिवर्सिटी के निकट जाट धर्माथ सभा द्वारा पिछले वर्ष कोचिंग शिक्षण संस्थान के लिए खरीदी गई जमीन को लेकर संस्था के पूर्व कार्यकारिणी तथा वर्तमान कार्यकारिणी के बीच घमासान छिड़ गया है।;
हरिभूमि न्यूज. जींद
जींद की चौधरी रणबीर सिंह यूनिवर्सिटी के निकट जाट धर्मार्थ सभा द्वारा पिछले वर्ष कोचिंग शिक्षण संस्थान के लिए खरीदी गई जमीन को लेकर संस्था के पूर्व कार्यकारिणी तथा वर्तमान कार्यकारिणी के बीच घमासान छिड़ गया है। संस्था के अध्यक्ष देवव्रत ढांडा तथा फैक्ट फाउंडिंग कमेटी के सदस्यों ने कहा कि पूर्व कार्यकारिणी द्वारा सीआरएसयू के नजदीक खरीदी गई कोचिंग शिक्षण संस्थान के लिए जमीन में भारी घपला हुआ है।
औचित्यहीन खरीदी गई जमीन के माध्यम से व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने की कोशिश की गई है, जबकि प्राइम लोकेशनों पर सस्ते भाव में खरीदी गई जमीन से ज्यादा जमीन कोचिंग संस्थान के लिए जगह मिल रही थी। उन्होंने पूर्व जाट धर्मार्थ सभा कार्याकारणी से कहा कि अगर जमीन महंगी और फायदेमंद है तो पूर्व कार्यकारिणी के पद्दाधिकारी उस जमीन को खरीद कर बैंक ब्याज के हिसाब से राशि को जाट धर्माथ सभा में जमा करवा सकते हैं। जाट धर्माथ सभा के अध्यक्ष एवं फैक्ट फाउंडिंग कमेटी के सदस्य पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि जगह आबादी से दूर है और न ही वहां संसाधनों की उपलब्धता है। पूर्व कार्यकारिणी ने कोचिंग संस्थान की जमीन खरीदने के लिए नियमों की पालना नहीं की और न ही जमीन खरीदने को लेकर आम सभा की बैठक बुलाई। जो रैजूलेशन डाला गया, उसमें कोरम पूरा नहीं है। 2006 वर्ग गज जमीन पर एक करोड दो लाख आठ हजार 213 रुपये खर्च दिखाए गए है, जबकि 80 लाख से एक करोड प्रति एकड के हिसाब से प्राइम लोकेशन पर जगह मिल रही थी। जमीन की साझा खेवट है। रजिस्ट्री हिस्से में करवाई गई है और निश्चित स्थान निर्धारित नहीं किया गया है। जमीन का अभी तक इंतकाल भी नहीं हुआ है।
पूर्व कार्याकारणी का समय 31 दिसंबर को पूरा हो चुका था, जबकि रजिस्ट्री चार जनवरी 2021 को करवाई गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि उस दौरान आमंत्रित सदस्य को लाभ पहुंचाने के लिए जमीन खरीदी गई है, क्योंकि उस सदस्य की वहां पर जमीन है। वह अनोर्थाइज इलाका है, जिससे संस्था को काफी आर्थिक नुकसान पहुंचा है। जिसको लेकर जल्द ही समाज तथा जनरल बॉडी की बैठक बुलाकर पूर्व कार्याकारणी के पद्दाधिकारियों को जमीन वापस लेने के लिए कहा जाएगा। इस मौके पर फैक्ट फाउंडिग कमेटी के सदस्य अधिवक्ता दया सिंह, जगत सिंह रेढू, बलबीर सिंह, जगबीर सिंह, जसबीर, रणबीर नरवाल, राय सिंह सहारण के अलावा कई अन्य सदस्य भी मौजूद थे। काबिलेगौर है कि पूर्व कार्याकारणी के अध्यक्ष वजीर सिंह तथा आजाद सिंह व कुछ अन्य ने कोचिंग शिक्षण संस्थान की जमीन को लेकर वर्तमान जाट धर्माथ सभा की मंशा पर संदेह जताया था। साथ ही उन्हाेंने जमीन को सड़क के निकट और हर प्रकार की सुविधा नजदीक होने का भी दावा किया था और कोचिंग शिक्षण संस्थान की जमीन को बेचने के निर्णय का विरोध करने का एलान किया था।