फतेहाबाद में दमकल कर्मचारी हड़ताल पर, 6 महीने से नहीं मिला वेतन
नगरपालिका कर्मचारी व दमकल विभाग कर्मचारी संघ के जिला प्रधान सतबीर सहारण ने कहा कि जब तक उन्हें वेतन नहीं मिलता, तब तक वे काम पर नहीं लौटेंगे।;
हरिभूमि न्यूज. फतेहाबाद
वेतन न मिलने से खफा जिलाभर के 7 दमकल केन्द्रों के 86 कर्मचारियों वीरवार को हड़ताल कर दी और फतेहाबाद दमकल विभाग कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए। इस दौरान कर्मचारियों ने दमकल विभाग के फायर आॅफिसर व सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। नगरपालिका कर्मचारी व दमकल विभाग कर्मचारी संघ के जिला प्रधान सतबीर सहारण ने कहा कि जब तक उन्हें वेतन नहीं मिलता, तब तक वे काम पर नहीं लौटेंगे।
धरनारत कर्मचारियों को संबोधित करते हुए सतबीर सहारण ने बताया कि पिछले 6 महीने से वेतन न मिलने से परिवार का गुजर बसर करना मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा है कि फतेहाबाद जिले के 7 सेंटरों में पर 86 ऐसे कर्मचारी हैं, जो कच्चे हैं। इन कर्मचारियों को पिछले छह महीने से वेतन नहीं मिला है। वेतन न मिलने के कारण वो अपने बच्चों का न तो स्कूलों में एडमिशन करवा पा रहे हैं और न ही किताबें खरीद पा रहे है। बिजली बिल न भरने के कारण कुछ कर्मचारियों का तो बिजली कनेक्शन तक कट गया है।
जिला प्रधान सतबीर सहारण ने आरोप लगाया कि फायर अधिकारी की लापरवाही के कारण ऐसा हुआ है। अगर समय रहते बिल आदि भेजे जाते तो ऐसा नहीं होता। जब तक उनका वेतन नहीं दिया जाता वो हड़ताल पर रहेंगे। उन्होंने बताया कि गेहूं कटाई के सीजन में आगजनी की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए कर्मचारियों ने फैसला लिया है कि खेतों में खड़ी फसल केवल किसानों की नहीं, आम जनता की भी है। ऐसे में खेत में आग लगने पर वे हड़ताल के बावजूद अपनी सेवाएं जारी रखेंगे लेकिन अगर कहीं ओर आगजनी की घटना होती है तो वह अपनी सेवाएं बंद रखेंगे। उन्होंने बताया कि उनका 6 माह का वेतन करीब एक करोड़ 6 लाख रुपये बनता है, जिसके फायर आॅफिसर ने बिल पास नहीं किए और यह राशि लैप्स होकर सरकार के पास वापस चली गई।
मालूम हो कि हरिभूमि ने दमकल विभाग के कर्मचारियों की यह मांग प्रमुखता से प्रकाशित की थी। गेहूं के इस सीजन में कर्मचारियों का हड़ताल पर जाना सरकार व जिला के लिए बड़ी परेशानी का कारण बन सकता है।