गेहूं की कटाई शुरू होने से पहले दमकल विभाग ने शुरू की तैयारियां
इस बार फसल कटाई का समय नजदीक आते देख विभाग ने तैयारियां जोर शोर से शुरू कर दी हैं। हालांकि क्षेत्र के हिसाब से विभाग के पास संसाधान और स्टाफ बहुत कम हैं, लेकिन अधिकारियों का दावा है कि वे हर तरह की स्थिति से निपटने को तैयार हैं।;
हरिभूमि न्यूज. बहादुरगढ़
गेहूं की कटाई शुरू होने से पहले आगजनी की घटनाओं से निपटने के लिए दमकल विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। गाड़ियों को दुरुस्त किया जा रहा है। हालांकि क्षेत्र के हिसाब से विभाग के पास संसाधान और स्टाफ बहुत कम हैं, लेकिन अधिकारियों का दावा है कि वे हर तरह की स्थिति से निपटने को तैयार हैं।
दरअसल, गेहूं कटाई के सीजन में अक्सर खेतों में आग लगने की घटनाएं होती रहती हैं। पिछले साल लॉकडाउन के चलते आग लगने की घटनाएं बहुत कम हुई थी। इस बार फसल कटाई का समय नजदीक आते देख विभाग ने तैयारियां जोर शोर से शुरू कर दी हैं। बहादुरगढ़ में तीन दमकल केंद्र हैं। तीनों केंद्रों में कुछ खराब गाडि़यां हैं। किसी का पंप खराब है तो किसी के टायर खराब हैं। आगामी सीजन को देखते हुए विभाग द्वारा इन गाड़ियों की मरम्मत कराई जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि वैसे तो किसानों और आम नागरिकों को जागरूकता दिखानी चाहिए। खेतों के आसपास बीड़ी-सिगरेट न पीएं और बिजली की तारों का भी ख्याल रखें। बाकी विभाग अपनी तरफ से पूरी तैयारी कर रहा है।
बहादुरगढ़ में तीन दमकल केंद्र हैं। तीनों में छोटी-बड़ी 11 गाड़ियां हैं। जिनमें से दो-तीन खराब हैं। कुछ बाइकें भी हैं। क्षेत्र के हिसाब से यहां संसाधान और स्टाफ दोनों कम हैं। दरअसल, बहादुरगढ़ औद्योगिक शहर है। यहां कई हजार फैक्ट्रियां हैं। इसके अलावा खेती की दृष्टि से भी विभाग पर कार्यभार ज्यादा है। बेरी, बाढ़सा, बादली, लडरावन और झज्जर तक यहां की गाड़ियों को चक्कर लगाने पड़ते हैं। ऐसे में स्टाफ को काफी मशक्कत झेलनी पड़ती है।
दमकल अधिकारी विकास कुमार ने बताया कि क्षेत्र के हिसाब से गाडि़यां कम हैं और स्टाफ भी लगभग 35 के आसपास है। जरूरत देखें तो यहां 90 के आसपास स्टाफ होना चाहिए और गाड़ियों की संख्या बढ़नी चाहिए। लेकिन इन संसाधनों के जरिए भी कर्मचारी शिद्दत से कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं।