इनकम टैक्स इंस्पेक्टर से पांच लाख रुपये ठगे, दो भाइयों ने ऐसे लगाई चपत
बहादुरगढ़ शहर में रह रहे एक इनकम टैक्स इंस्पेक्टर के साथ ठगी का मामला सामने आया है। एक नामी दुग्ध उत्पादन कंपनी की एजेंसी दिलाने के नाम पर इंस्पेक्टर को पांच लाख की चपत लगाई गई है।;
हरिभूमि न्यूज. बहादुरगढ़
बहादुरगढ़ शहर में रह रहे एक इनकम टैक्स इंस्पेक्टर के साथ ठगी का मामला सामने आया है। एक नामी दुग्ध उत्पादन कंपनी की एजेंसी दिलाने के नाम पर इंस्पेक्टर को पांच लाख की चपत लगाई गई है। इंस्पेक्टर की शिकायत पर सेक्टर- 6 थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
वारदात इंस्पेक्टर राकेश कुमार के साथ हुई है। राकेश कुमार का कहना है कि उनके पड़ोस में ( नजदीक तीसरी पुलिया ) एक नामी दुग्ध उत्पादन कंपनी की दुकान है। दुकान को प्रवीण और प्रवेश नाम के दो भाई चलाते हैं। ये खुद को कंपनी का अधिकृत विक्रेता और वितरक बताते हैं। वह अक्सर इनकी दुकान में दूध, दही, लस्सी व घी आदि खरीदने जाते थे। मई 2019 में प्रवीण व प्रवेश ने कहा कि कंपनी को बहादुरगढ़ तहसील में अधिकृत विक्रेता की जरूरत है। दोनों ने उसे एजेंसी लेने की सलाह दी। तब राकेश ने कहा कि मैं अपनी नौकरी से ही संतुष्ट हूं। मुझे इसकी कोई इच्छा नहीं, लेकिन दोनों बार-बार परिवार के सदस्यों के नाम से एजेंसी लेने के लिए आग्रह करने लगे। फिर राकेश ने अपने भाई से यह जिक्र किया। वह एजेंसी लेने में सहमत था, लेकिन खर्च करने के लिए उसके पास पर्याप्त पैसा नहीं था। इसलिए राकेश ने अपने भाई की मदद कर दी। सात जून 2019 को एनईएफटी के जरिए उनकी फर्म के खाते में पांच लाख रुपये जमा करा दिए।
तब दोनों भाइयों ने कहा कि कुछ दस्तावेजी कार्यवाही में बाद तीन-चार महीने में आपका भाई पूरी तहसील में कंपनी का अधिकृत विक्रेता बन जाएगा। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। काफी इंतजार करने के बाद अक्टूबर 2019 में उन्होंने कंपनी के उच्च प्रबंधन में संपर्क किया। तहकीकात की तो पता चला कि दोनों भाइयों ने उनके साथ धोखा किया है। दोनों भाइयों से संपर्क कर उनसे पैसे तुरंत वापस लौटाने के लिए कहा। उस वक्त दोनों भाइयों ने दो-तीन महीने का समय मांगा। समय पूरा हुआ लेकिन रुपये नहीं मिले। अप्रैल-मई 2020 में आरोपियों से फिर पैसे मांगे लेकिन वे कोरोना का हवाला देकर बार-बार टरकाने लगे। लंबी अवधि बीत जाने के बावजूद आज तक रुपये नहीं लौटाए। अब आरोपी साफ इंकार कर रहे हैं और कहते हैं जो करना है कर लो, हम रुपये नहीं देंगे। उधर, सेक्टर-6 थाना पुलिस का कहना है कि शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया है। मामले में जांच की जा रही है।